चुनाव से पूर्व यूपी में दंगा कराना चाहती हैं सपा, भाजपा: मायावती
lucknow: बसपा सुप्रीमो मायावती का कहना है कि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी यूपी के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ कर दंगा करानी चाहती हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा का चुनाव नजदीक आने के साथ विभिन्न घटनाक्रमों से यह साबित होता जा रहा है कि सपा और भाजपा मिलकर बसपा के खिलाफ काम कर रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को यहां यूपी के बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों, पार्टी विधायकों व आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तय उम्मीदवारों आदि के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस मौके पर अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि कैराना से लोगों के पलायन को जिस प्रकार से भाजपा ने हिन्दू-मुस्लिम का रंग देने का प्रयास किया, वह जग-जाहिर है। यही नहीं प्रदेश की सपा सरकार ने जिस प्रकार से कैराना के पलायन की वास्तविकता को उजागर करने में लापरवाही व कोताही बरती, वह यह साबित करता है कि भाजपा के साथ माहौल खराब करने में उसकी स्पष्ट तौर पर मिलीभगत है।
उन्होंने इस बारे में मीडिया की सराहना की कि उसने ‘पलायन’ की हकीकत लोगों के सामने रखने में देर नहीं की। यही नहीं प्रदेश की जनता भी इस मामले में भाजपा व सपा के किसी भी बहकावे में नहीं आई। मायावती ने कहा कि मिलीभगत जारी रखते हुए अब भाजपा व सपा यात्रायें निकालने का प्रयास कर रहे हैं। जिसकी इजाजत उन्हें कभी नहीं मिलनी चाहिये।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो वर्षों के कार्यकाल व उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के चार वर्षों से अधिक के कार्यकाल को ‘जनता के खिलाफ विश्वासघाती सरकार’ की संज्ञा देते हुए कहा कि दोनों ही सरकारों ने प्रदेश की लगभग 22 करोड़ जनता को बुरी तरह से निराश किया है। इन दोनों ही पार्टियों की सरकारों से उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता, अराजकता व जातिवाद को बढ़ावा मिला है, जिससे समाज के हर वर्ग के लोगों की परेशानियां बढ़ी हैं।