छत्तीसगढ़: बघेल सरकार में 9 मंत्रियों ने ली शपथ
रायपुर: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हुआ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भूपेश बघेल के मंत्रियों को शपथ दिलाई। बता दें कि आनंदीबेन ने कुल 9 विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं बीते सोमवार को भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वजज साहू के साथ शपथ ली थी।
किन विधायकों को मिला मौका:
उमेश पटेल: उमेश पटेल खरसिया से दूसरी बार विधायक बने हैं। बता दें कि उमेश पटले आईएएस से नेता बने हैं। वहीं उनके पिता की मौत एक नक्सली हमले में हुई थी। गौरतलब है कि उमेश ने ओपी चौधरी को मात दी है।
रवीन्द्र चौबे: रवीन्द्र चौबे पूर्व नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही वो ब्रह्मण वर्ग के प्रतिनिधि भी माने जाते हैं।
प्रेमसाय सिंह टेकाम: टेकाम पूर्व में मंत्री रह चुके हैं प्रेमसाय सिंह टेकाम।
मोहम्मद अकबर: जोगी सरकार में मंत्री रहे मोहम्मद अकबर इकलौते अल्पसंख्यक नेता हैं।
कवासी लखमा: बस्तर से चार बार विधायक चुने जा चुके हैं कवासी लखमा। इसके साथ ही ये आदिवासियों का प्रतिनिध्तव भी करते हैं।
शिव डहरिया: फिलहाल प्रदेश कांग्रेस इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष सतनामी समजा के नेता हैं शिव डहरिया। गौरतलब है कि इस बार अपनी सीट बदलकर वो आरंग से विधायक बने हैं।
अनिला भेड़िया: दूसरी बार विधायक बनी हैं। इसके साथ ही आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हैं।
जयसिंह अग्रवाल: जयसिंह अग्रवाल तीसरी बार विधायक बने हैं। वो कोरबा जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। गौरतलब है कि जयसिंह को सिंहदेव का करीबी माना जाता है।
गुरु रुद्र कुमार: सतनामी समाज के गुरु परिवार से रिश्ते रखने वाले रुद्र को दूसरी बार मौका मिला है।
इन 6 को पहली बार मिला मौका
बघेल सरकार के मंत्रिमंडल में 6 नाम ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मौका मिला है। इन नामों में मोहम्मद अकबर, शिव डहरिया, उमेश पटेल, जयसिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार और अनिला भेड़िया को पहली बार मंत्री बनाया गया है।
वहीं भूपेश बघेल ने सीएम के रूप में 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण की थी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सदस्य हैं और राज्य में पंद्रह सालों बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है। वहीं 35 साल के उमेश पटेल सबसे युवा मंत्री हैं। उमेश के पिता नंदकुमार पटेल 2013 झीरमघाटी हमले में मारे गए थे। 69 साल के ताम्रध्वज साहू सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं। 57 साल के बघेल कैबिनेट की औसत उम्र भी 57 साल है।