अडवाणी ने किया रवि शर्मा के कविता संग्रह “भीगी रेत” का लोकार्पण
नई दिल्ली: दिल्ली में एक प्रभावशाली कार्यक्रम में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष श्री राम बहादुर राय व कविता प्रेमियों और काव्य आलोचकों की उपस्थिति में श्री लाल कृष्ण आडवाणी जी ने रवि शर्मा के जन्मदिन पर उनके कविता संग्रह 'भीगी रेत' का लोकार्पण किया। रवि शर्मा एक समाज सेवक, कवि, विचारक व प्रमा ज्योति फाउंडेशन के संस्थापक हैं जिसका लक्ष्य “भलाई का विस्तार” है । “भीगी रेत” भारत के प्रसिध्द कवि श्री हरिवंश राय बच्चन जी को समर्पित है ।
इस पुस्तक के लेखक परिचय में श्री लाल कृष्ण अडवाणी जी ने लिखा है : “रवि शर्मा जी से मेरा संबंध देर से हुआ, किंतु उन्होंने अपने व्यक्तित्व की एक गहरी छाप मेरे ह्रदय पर छोड़ी है । कुछ समय मे जितनी आत्मीयता मुझे रवि शर्मा जी के प्रति अनुभव हुई है, उतनी अपने जीवन में बहुत कम लोगो के साथ हुई है ।”
भीगी रेत के लोकार्पण के अवसर पर उन्होंने कहा : “भीगी रेत का लोकार्पण करते हुए मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है । जिन्होंने भी रवि जी की माँ पर कविता सुनी, उनको तो लगा कि इससे बढ़िया कवि क्या होगा। रवि जी से मेरा परिचय उनके राजनीतिक चिन्तन के चलते हुआ जिससे मैं बहुत सीखा हूँ “
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष और कार्यक्रम के विशेष अतिथि श्री राम बहादुर राय जी ने पुस्तक के लोकार्पण पर कहा : “भीगी रेत की कवितायें इक्कीसवीं सदी की कवितायें हैं जिसमें भावनायें एक दूसरे से बातचीत करते हुए दिखती हैं ।”मुझको मेरे लम्हों का हिसाब चाहिये” नाम की ग़ज़ल पुस्तक में सबसे अच्छी लगी ।”
लोकार्पण पर प्रभात प्रकाशन के अध्यक्ष श्री प्रभात कुमार ने कहा : “भीगी रेत” की कविताओं में व्यक्त मनोभाव हृदय को स्पंदित करनेवाले, मर्म को छूनेवाले और मानवीय संवेदना से हमारा परिचय करानेवाले हैं। ये रचनाएँ समाज हेतु कुछ करने और संबंधों को सहेजने के लिए झकझोरती हैं।”
भीगी रेत के कवि रवि शर्मा ने कार्यक्रम के संम्बोधन में कहा : “भीगी रेत” रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं से प्रेरित है और इसीलिये ये एक भावना प्रधान कविता संग्रह है जिसमें जीवन की संवेदनाओं के विभिन्न प्रतिबिम्ब हैं । इस संग्रह में स्वतंत्र कवितायें , नज़्म और ग़ज़लें हैं । आशा है कि पाठकगण “भीगी रेत” की संवेदनाओं और भावनाओं में स्वयं को अवश्य ढूँढ पायेंगे ।”
बहुमुखी प्रतिभा के धनी रवि शर्मा आई आई टी रुड़की के स्नातक हैं । प्रदेश स्तर के खिलाड़ी रह चुके रवि , बहुराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय कम्पनियों में १४ से अधिक वर्षों तक सी ई ओ के पद पर काम कर चुके हैं और ये एक लाईफ़ कोच , कवि , टेलीविजन उद्घोषक एवं अभिनेता , मॉडल और फ़ोटोग्राफ़र भी हैं ।
रवि शर्मा ने ५० वर्ष कीआयु में सब कुछ छोड़कर अपने आप को सामाजिक कार्यों के लिये समर्पित कर दिया। इनका मानना है कि संसार में सारी समस्याओं की जड़ समाज में अच्छाई का कम होना है और इसके समाधान के लिये इन्होंने अपनी संस्था प्रमा ज्योति फ़ाउन्डेशन के माध्यम से “Spreading Goodness” अर्थात “भलाई का विस्तार” नाम की अन्तरराष्ट्रीय पहल प्रारंभ की है ।
उत्तर प्रदेश के गांव और क़स्बों की पृष्ठ भूमि में पले बढ़े रवि की स्कूल कॉलेज से दिनों से ही हिन्दी साहित्य में रूचि रही है और ये कवितायें और कहानियाँ लिखते रहे हैं। तीन साल पूर्व इन्होंने “मूनलाइट व्हिस्पर्स” नाम की एलबम निकाली थी , जिसके गीतों को प्रसिद्ध गायक श्री उदित नारायन और श्रीमती रेखा भारद्वाज ने गाया था ।