आजादी दिलाने के लिये शहीद होने वाले सभी हमारे लिये पूज्य हैं: राज्यपाल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि किसी भी देश के विकास में युवा शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में भारत दुनिया का सबसे अधिक युवा शक्ति का देश होगा जिसमें सबसे अधिक युवा उत्तर प्रदेश के होंगे। राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा आगे आकर संकल्प लें कि उत्तर प्रदेश को भारत का सबसे विकसित एवं अग्रणी राज्य बनायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास से ही भारत का विकास सम्भव होगा। श्री राम नाईक ने कहा कि भारत को महाशक्ति एवं विकसित राष्ट्र बनाने की जिम्मेदारी युवाओं के कंधे पर ही है।
राज्यपाल श्री राम नाईक आज जिला प्रशासन लखनऊ द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में काकोरी क्रांति के अमर शहीदों की पावन बलिदान स्मृति में आयोजित काकोरी शहीद स्मृति युवा मेला, अभिलेखीय प्रदर्शनी एवं देशभक्तिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित बच्चों, युवाओं एवं गणमान्य नागरिकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने के लिये शहीद होने वाले सभी हमारे लिय पूज्य हैं। श्री राज्यपाल ने कहा कि अहिंसा के साथ ही शस्त्रों द्वारा लड़ाई भी महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा हमारे देश की सम्पदा को लूट कर विदेश भेजा जा रहा था जिसे रोकने के लिये ही काकोरी में टेªन लूट की घटना की गयी थी। श्री राज्यपाल ने कहा कि 1857 की क्रांति से लेकर 1947 तक आजादी प्राप्त होने तक देश के युवाओं ने स्वतंत्रता संग्राम में अनेक घटनाओं को अंजाम दिया जिनमें शस्त्र की भी भूमिका थी।
राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर अच्छा भाषण देने के लिये काकोरी कन्या इंटर कालेज की 12वीं की छात्रा अजरा खातून एवं बाबू त्रिलोकी सिंह इंटर कालेज के 10वीं के छात्र शिवम रावत को रूपये 2,500/- का पुरस्कार भी देने की घोषणा की। उन्होंने चित्रकला प्रदर्शनी के तैयार हो जाने पर लोकार्पण का वादा भी किया। उन्होंने बच्चों को अगले महीने कुम्भ मेले के दौरान इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज जाकर चन्द्रशेखर आजाद की रिवाल्वर को भी देखने की सलाह दी। श्री राज्यपाल ने बताया कि दो दिन पूर्व इलाहाबाद संग्रहालय समिति की वार्षिक बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि कुम्भ मेले के दौरान संग्रहालय द्वारा बनायी जा रही गैलरी में भारत के 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर 1947 तक स्वतंत्रता प्राप्ति तक के क्रांतिकारियों से संबंधित दुर्लभ छायाचित्रों, कलाकृतियों, अभिलेखों, पत्रों, दस्तावेजों एवं शस्त्र आदि को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। राज्यपाल ने बच्चों को ‘चरैवेति!चरैवेति!!’ के सिद्धांत को अपने जीवन में अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जो चलता रहता है उसका भाग्य भी हमेशा चलता रहता है। इसलिये सदैव चलते रहो-चलते रहो।