रोमांच की तरफ बढ़ा पर्थ टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया 175 रनों की बढ़त, 6 विकेट शेष, कोहली का सैकड़ा
पर्थ: ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ टेस्ट के तीसरे दिन भारत पर 175 रनों की बढ़त बनाते हुए मैच में अपनी पकड़ बरकरार रखी है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट खोकर 175 रन बनाये। कप्तान टिम पेन 8 रन और उस्मान ख्वाजा 102 गेंदों पर 41 रन बनाकर जमे हुए हैं। भारत की ओर से दूसरी पारी में अब तक मोहम्मद शमी ने दो विकेट झटके हैं जबकि इशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह को एक-एक सफलता मिली है।
पहली पारी में मिली 43 रनों की बढ़त के बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में ठोस शुरुआत की। हालांकि टी-ब्रेक से पहले मोहम्मद शमी की गेंद पर एरॉन फिंच के दाएं हाथ की अंगुली में चोट लगी और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होना पड़ा।
इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने जल्दी-जल्दी तीन विकेट निकालकर मेजबान को दबाव में ला दिया। मार्कस हैरिस 20 रन बनाकर जबकि शॉन मार्श 5 रन बनाकर आउट हुए। ऑस्ट्रेलिया के 85 के योग पर पीटर हैंड्सकॉम्ब (13) भी पवेलियन लौट गये। ट्रेविस हेड (19) भी कुछ खास नहीं कर सके। हेड को शमी ने आउट किया।
इससे पहले विराट कोहली के 25वें टेस्ट शतक के बावजूद भारत तीसरे दिन लंच के बाद 283 रनों पर सिमट गया। टीम ने अपने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 32 रन जोड़कर गंवाए।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से नाथन लायन ने 67 रन देकर पांच विकेट झटके। लायन ने टेस्ट क्रिकेट में 14वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने का कमाल किया।
कोहली छठे विकेट के तौर पर 251 रन पर पवेलियन लौटे जिसके अगले ओवर में मोहम्मद शमी (00) भी लायन की पहली ही गेंद पर विकेटकीपर पेन को कैच दे बैठे। लंच के बाद दूसरे ही ओवर में इशांत (01) ने लायन को वापस कैच थमाया। ऋषभ पंत (36) ने तेजी से रन बटोरते हुए उमेश यादव (नाबाद 04) के साथ नौवें विकेट के लिए 25 रन जुटाए।
पंत लायोन का चौथा शिकार बने। इस ऑफ स्पिनर ने जसप्रीत बुमराह (04) को स्लिप में कैच कराके भारतीय पारी का अंत किया। इसके साथ ही लियोन ने श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली जिन्होंने भारत के खिलाफ सात बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाए।
पर्थ में 1992 के बाद पहली बार भारतीय बल्ले से निकला शतक
कोहली ने 257 गेंद में 13 चौकों और एक छक्के की मदद से 123 रन की पारी खेली जो 1992 में सचिन तेंदुलकर (वाका मैदान पर 114 रन) के बाद पर्थ में किसी भारतीय बल्लेबाज का पहला शतक है।
टीम इंडिया ने दिन की शुरुआत तीन विकेट पर 172 रन से की। भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने दिन की चौथी गेंद पर ही अजिंक्य रहाणे (51) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने लायन की गेंद पर विकेटकीपर टिम पेन को कैच थमाया। भारत ने तब तक आज सिर्फ एक रन जोड़ा था और इसके साथ ही कोहली के साथ रहाणे की 91 रन की साझेदारी का अंत हुआ।
हनुमा विहारी (20) ने इसके बाद कोहली के साथ पांचवें विकेट के लिए 50 रन जोड़े। विहारी ने काफी रन नहीं बनाए लेकिन एक छोर पर दबाव झेलने में सफल रहे जबकि दूसरे छोर पर कोहली ने शॉट खेलना जारी रखा। भारत ने रहाणे का विकेट जल्दी गंवाने के बावजूद पहले घंटे में 42 रन जोड़े।
कोहली ने 80वें ओवर में भारत का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। उन्होंने 214 गेंद में अपने करियर का 25वां और आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर छठा टेस्ट शतक पूरा किया। वह टेस्ट इतिहास में 25 टेस्ट शतक (127 पारी) सबसे कम पारियों में जड़ने वालों की सूची में सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर पर हैं। ब्रैडमैन ने सिर्फ 68 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी।
कोहली तीसरे दिन लंच से पहले पैट कमिंस (54 रन पर एक विकेट) की गेंद पर दूसरी स्लिप में पीटर हैंड्सकॉम्ब के हाथों कैच हुए। गेंद जमीन के काफी करीब थी। मैदानी अंपायर ने कोहली को आउट दिया और इसके बाद थर्ड अंपायर ने भी रिप्ले देखने के बाद फील्ड अंपायर के साथ जाने का फैसला किया। हालांकि, इस कैच को लेकर विवाद रहा।