भाजपा के लिए है आत्मचिंतन का समय: शिवसेना
नई दिल्ली: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम लगातार आ रहे है। रुझानों के अनुसार छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब होगी जबकि मध्यप्रदेश में कांटे की लड़ाई देखने को मिल रही है। कांग्रेस ने तो अभी से आतिशबाजी शुरू कर दी है। रुझानों को लेकर शिवसेना ने भाजपा को आत्म मंथन की सलाह दी है।
रुझानों को देखते हुए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि नतीजे को देखकर इसे कांग्रेस की जीत नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने नतीजों को जनता का गुस्सा बताया। उन्होंने कहा ये नतीजे भाजपा और शिवसेना के लिए आत्म मंथन का समय है। संसद भवन परिसर में राउत ने संवाददाताओं से कहा, ”यह स्पष्ट संदेश है और यह हमारे लिए आत्मावलोकन करने का समय है। इसके अलावा कई राजनीतिक दलों के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अखिलेश यादव- इन रुझानों को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘जब एक और एक मिलकर बनते हैं ग्यारह, तब बड़े-बड़ों की सत्ता हो जाती है नौ दो ग्यारह’
उपेंद्र कुशवाहा- हाल ही में भाजपा से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया, “लोकतंत्र में हमेशा जनहित की ही जीत होती है। जुमलेबाजी की पोल एक दिन खुल ही जाती है। जीत के लिए राहुल गांधी जी को बहुत-बहुत बधाई।”
चंद्रबाबू नायडू- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘लोग जान गए कि बीजेपी ने पिछले पांच वर्षों में कुछ भी नहीं किया इसी वजह से विकल्प की ओर जनता आगे बढ़ गई। लोग बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में हमारे साथ हैं। पांच राज्यों के नतीजे बीजेपी के खिलाफ विकल्प में मददगार साबित होंगे।’
गौरतलब है कि महाराष्ट्र और केन्द्र में भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद शिवसेना के रिश्ते भाजपा के साथ अच्छे नहीं रहे हैं। दोनों पार्टियों ने वर्ष 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था लेकिन सरकार बनाने के लिए बाद में दोनों साथ आ गए थे। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आए अब तक के रुझानों में कांग्रेस सरकार बनाते हुए नजर आ रही है जबकि तेलंगाना में टीआरएस ने क्लीन स्वीप किया है। अगर बात मिजोरम की जाए तो यहां कांग्रेस के हाथ से मुकाबला निकल चुका है।