हनुमान मंदिरों में दलित पुजारी रखे जाने की मांग
लखनऊ: उ0प्र0 के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी द्वारा भगवान हनुमान जी को दलित जाति का घोषित करने के पश्चात दलित उत्थान सेवा समिति के पदाधिकारियों एवं सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने राजबहादुर पूर्व मंत्री उ0प्र0 शासन के नेतृत्व में श्री हनुमान मंदिर, हजरतगंज में जाकर पूजा-अर्चना की और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
पूर्व मंत्री राजबहादुर सहित समिति के पदाधिकारियों ने इसके पश्चात उ0प्र0 के मुख्यमंत्री से यह मांग की कि जितने भी हनुमान जी के मंदिर हैं वहां के प्रबन्ध तन्त्र में दलितों की भागीदारी सुनिश्चित करें एवं दलित पुजारियों की नियुक्ति की घोषणा भी करें। यह समिति इस तरह के कार्यक्रम अनवरत जारी रखेगी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही साथ केन्द्र की भाजपा सरकार के एसटी आयोग के चेयरमैन ने भी अपनी घोषणा में यह बात स्वीकार की है कि भगवान हनुमान जी दलित हैं।
समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र गौतम ने बताया कि आज के इस कार्यक्रम में समिति के संरक्षक एवं पूर्व मंत्री श्री राज बहादुर, श्री विजय बहादुर, डा0 लालती देवी, श्रीमती सिद्धिश्री, श्री नरेश बाल्मीकि, श्री सुरजीत सिंह बरनाला, श्री हरिओम कठेरिया, श्रीमती सुनीता रावत, श्री प्रदीप कनौजिया, श्रीमती सुशीला सोनकर, श्रीमती सरलेस रावत, श्री वीषम सिंह, श्री धर्मेन्द्र रावत सोनू, श्री अशोक कुमार, श्री सुशील बाल्मीकि, श्री होरीलाल, श्री सचिन रावत, श्री रंजीत रावत, श्री इन्द्रजीत, श्री अवनीश कुमार, श्री अभिषेक प्रकाश, श्री हेमराज, श्री रामसुमिरन, श्री माता प्रसाद रावत, श्री प्रभाकान्त, श्री अनिल सूरी सहित सैंकड़ों की संख्या में दलित समुदाय के लेाग मौजूद रहे।