हॉकी वर्ल्डकप: न्यूजीलैंड ने फ्रांस को 2-1 से हराया
भुवनेश्वर:केन रसेल और स्टीफन जेनेस द्वारा किए गए गोलों के दम पर न्यूजीलैंड ने गुरुवार को यहां कलिंगा स्टेडियम में खेले गए हॉकी वर्ल्डकप के ग्रुप मैच में फ्रांस को 2-1 से मात दे टूर्नामेंट की शुरुआत जीत के साथ की है. रसेल ने 16वें मिनट में किवी टीम के लिए गोल किया तो वहीं 55वें मिनट में स्टीफन ने न्यूजीलैंड के लिए दूसरा गोल किया. आखिरी क्वार्टर में फ्रांस को तीन पेनल्टी कॉर्नर भी मिले थे जिसमें से वह सिर्फ एक पर ही गोल कर पाई. उसके लिए यह गोल कप्तान विक्टर चार्लेट ने 59वें मिनट में किया. न्यूजीलैंड टीम ने मैच में आक्रामक शुरुआत की और शुरुआती मिनटों में फ्रांस के डिफेंस की कई बार परीक्षा ली. फ्रांस के खिलाड़ी हालांकि किसी तरह की जल्दबाजी में नहीं थे. उन्होंने धीरे-धीरे लय पकड़ी और पहले क्वार्टर के आखिरी में कुछ मौके बनाए. उसके पास गोल करने का मौका भी आया जो विफल रहा. हासिल हुए मौकों का फायदा नहीं उठा पाने के कारण फ्रांस को मैच में हार का सामना करना पड़ा.
न्यूजीलैंड ने इस बीच अपनी लय नहीं खोई और दूसरे क्वार्टर के शुरुआत में ही वह गोल करने में सफल रही. दाएं फ्लैंक से कीवी टीम के खिलाड़ी ने हवा में गेंद खेली जिसे रसेल ने कब्जे में ले बेहतरीन तरीके से नेट में डाल अपनी टीम को एक गोल से आगे कर दिया. यहां से फ्रांस सतर्क हो गई थी और अब उसके खिलाड़ी बराबरी के लिए उतावले दिख रहे थे. 19वें मिनट और 20वें मिनट में फ्रांस की आक्रमण पंक्ति ने मौके बनाए जिसे किवी टीम के मजबूत डिफेंस ने नकार दिया. दूसरे क्वार्टर में गोल करने में विफल रहने के बाद तीसरे क्वार्टर में फ्रांस के पास कई मौके आए लेकिन चार्लेट किसी भी मौके को गोल में नहीं बदल पाए. 37वें मिनट कप्तान चूक गए. 39वें मिनट में फ्रांस बराबरी के एक और मौके को जाया कर गई.
चौथे और आखिरी क्वार्टर में 52वें मिनट फ्रांस को लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन दोनों पर ही चार्लेट गोल नहीं कर सके. वहीं फ्रांस के लगातार आक्रमण के बीच किसी तरह अपनी बढ़त को बनाए रख पाने में सफल रही न्यूजीलैंड टीम के लिए स्टीफन ने दूसरा गोल कर काम आसान कर दिया. इस गोल के बाद उसके लिए आखिरी पांच मिनटों में बढ़त को बनाए रखना आसान हो गया था. स्टीफन का यह गोल किवी टीम के लिए एक तरह से भाग्यशाली रहा क्योंकि अगर यह गोल नहीं होता तो 59वें मिनट में फ्रांस के कप्तान द्वारा पेनल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल के कारण मैच बराबरी पर खत्म हो जाता. चार्लेट का यह गोल हालांकि काफी देर से आया जो फ्रांस की हार का बड़ा कारण भी रहा.