राहुल की डांट के बाद सी पी जोशी ने मांगी माफ़ी
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने अपने विवादित बयान पर शुक्रवार को सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली लेकिन इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में आया उबाल अभी तक ठंडा नहीं हुआ है। इसे लेकर भाजपा ने ना सिर्फ जोशी बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी पर निशाना साधा।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां पार्टी के दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जो बात (सीपी) जोशी ने कही है वह गलत, निराधार और निंदनीय है। साथ ही इससे यह भी पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी को भारत और हिन्दू धर्म के इतिहास और संस्कृति के बारे में नहीं पता है।
उन्होंने जोशी के इस बयान को भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म का घोर अपमान बताते हुए कहा कि कांग्रेस का हिन्दुत्व और ब्राह्मणत्व एक स्वांग है। दरअसल सोशल मीडिया पर जोशी के बयान का जो वीडियो वायरल हुआ है वह नाथद्वारा इलाके का है। वह इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
इस वीडियो में जोशी प्रधानमंत्री मोदी व उमा भारती की जाति का जिक्र करते हुए कह रहे हैं कि धर्म पर केवल ब्राह्मण ही बात कर सकते हैं। विवाद बढ़ने पर जोशी ने ट्वीट कर भाजपा पर उनके बयान को तोड़-मोड़कर पेश करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है, वह इसकी कड़ी निंदा करते हैं। जोशी ने अपने इस भाषण का पूरा वीडियो भी जारी किया है ताकि इसे लेकर सभी का भ्रम दूर हो सके।
हालांकि जब शुक्रवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद जोशी के बयान को पार्टी के आदर्शों के विपरीत बताया और कहा कि कांग्रेस के सिद्धांतों व कार्यकर्ताओं की भावना का आदर करते हुए जोशी को अपने बयान पर खेद प्रकट करना चाहिए। इसके बाद जोशी ने ट्विटर पर ही खेद जताया और लिखा कि कांग्रेस के सिद्धांतो व कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए मेरे कथन से समाज के किसी वर्ग को ठेस पहुँची हो तो मैं उसके लिए खेद प्रकट करता हूं।