पावर बचाने के लिए जन सहयोग जरूरी: पार्थ सारथी सेन शर्मा
लखनऊ: डिस्काॅम द्वारा एल0ई0डी0 बल्ब का वितरण किया जा रहा है, जिसकी संख्या लगभग एक करोड़ से अधिक पहुच चुकी है। इससे ऊर्जा की बचत को बढावा मिला है। इसके अलावा ऊर्जा दक्ष/ सीलिंग फैन का वितरण कानपुर में प्रारम्भ किया गया है जबकि अन्य सभी डिस्काॅम को भी तत्परता से वितरण प्रारम्भ करना चाहिए।
यह बातंे अध्यक्ष विद्युत नियामक आयोग /कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री देश दीपक वर्मा ने उ0प्र0 नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यू0पी0 नेडा) एवं शक्ति सस्टेनेबल इनर्जी फाउण्डेशन द्वारा संयुक्त रूप से ऊर्जा दक्षता /डिमाण्ड साइड मैनेजमेन्ट (डीएसएम) परियोजनाओं के क्रियान्वयन के उद्देश्य से डीएसएम परियोजना की डिजाइन तैयार करने हेतु डिस्काॅम एंव नगर निगमों की क्षमता विकास पर होटल क्लार्क अवध में आयोजित कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि विद्युत नियामक आयोग द्वारा 2014 में डीएसएम रेगूलेशन लागू किया गया था। इसके अनुसार सभी डिस्काॅम को डीएसएम प्लान बनाने की कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डिस्काॅम को चाहिए कि ऊर्जा बचत कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए एल0ई0डी0 बल्बों के वितरण कार्य में तेजी लाएं।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष पावर कारपोरेशन श्री संजय अग्रवाल ने कहा कि एक करोड 10 लाख एल0ई0डी0 बल्ब का वितरण करते हुए लगभग 200 मैगावाट के समतुल्य बिजली की बचत की जा रही हैं। उन्होने श्रावस्ती माडल का उल्लेख करते हुए बताया कि गांवों में मीटर लगाये जाने में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा मिला है।
सचिव मुख्यमंत्री एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में रूफटाप सोलर पावर प्लान्ट तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मिनी ग्रिड सोलर पावर प्लान्ट लगाये जाने से डिमाण्ड साइट, मैनेजमेन्ट को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने डिस्काॅम एवं नगर निगम के अधिकारियों से अपेक्षा की है कि ऊर्जा संरक्षण के महत्व को समझते हुए ऐसी परियोजनाये संचालित की जायें जिन्हें बैंको से ऋण प्राप्त करते हुए क्रियान्वित किया जा सके।
श्री शर्मा ने कहा कि ऊर्जा की बचत समय की मांग है क्योंकि अधिक ऊर्जा खपत से कार्बन उत्सर्जन बढ़ता है और पर्यावरण को संतुलित बनाये रखने के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम प्रत्येक क्षेत्र में ऊर्जा की बचत को बढ़ावा देने में सहयोग करें।
निदेशक (यूपीनेडा) श्रीमती संगीता सिंह ने कहा कि यूपीनेडा एवं शक्ति सस्टेनेबल एनर्जी फाउण्डेशन द्वारा संयुक्त रूप से ऊर्जा दक्षता/डिमाण्ड साइड मैनेजमेन्ट (डी0एस0एम0) परियोजनाओं के क्रियान्वयन के उद्देश्य से डी0एस0एम0 योजना की डिजाइन तैयार करने हेतु डिस्काॅम एवं नगर निगम की क्षमता विकास पर कार्याशाला का आयोजन किया गया है। डिस्काॅम को विद्युत हानि को कम करते हुए आर्थिक स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी तथा नगर निगमों को विद्युत ऊर्जा की बचत के साथ आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सहायता मिलेगी।