देश के टिकाऊ विकास व समृद्धि मे वित्तीय साक्षरता की महत्वपूर्ण भूमिका है: प्रमिल द्विवेदी
**विश्व बचत दिवस के अवसर पर वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया
लखनऊ: विश्व बचत दिवस के अवसर पर आज लखनऊ मैनेजमेंट असोशिएशन , एवोक इंडिया फ़ाउंडेशन और प्रज्ञा इंटरनेशनल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान मे कबीर भारती आश्रम , ग्राम जैतनपुर कमलापुर जनपद सीतापुर मे संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा अंगीकृत टिकाऊ विकास के लक्ष्यों (SDGs-2030) के प्रोत्साहन हेतु वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्ज्वलन और सामूहिक प्रार्थना से हुई ।
एवोक इंडिया फ़ाउंडेशन के संस्थापक प्रवीण कुमार द्विवेदी कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन ग्रामीण युवाओं, महिलाओं और बच्चों के बीच वित्तीय मामलों मे उनकी समझ बढ़ाने, बचत के जरिये होने वाले लाभों व सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे मे जानकारी के जरिये उनको आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए आयोजित किया गया।
प्रज्ञा इंटरनेशनल ट्रस्ट के संस्थापक व मैनेजिंग ट्रस्टी प्रमिल द्विवेदी , ने बताया कि "देश के टिकाऊ विकास व समृद्धि मे वित्तीय साक्षरता की महत्वपूर्ण भूमिका है संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा अंगीकृत टिकाऊ विकास के लक्ष्यों मे से आठवें लक्ष्य "सभी के लिए निरंतर समावेशी और सतत आर्थिक विकास, पूर्ण और उत्पादक रोजगार, और बेहतर कार्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित यह कार्यक्रम जन मानस को आर्थिक रूप से मजबूत और खुशहाल बनाएगा ।
पूर्व बैंक अधिकारी श्री जी पी त्रिपाठी ने उपस्थित जन समूह को सरकार द्वारा चलायी जा रही सुकन्या योजना , जन-धन योजना , आयुष्मान योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के बारे मे जागरूक करके इनके लाभों के बारे मे भी जानकारी दी ।
आश्रम परिसर मे ग्राम प्रधान रामशंकर, प्रमिल द्विवेदी और प्रवीण कुमार द्विवेदी ने पौध रोपण करके पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया गया । कार्यक्रम समापन के पश्चात सभी ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया और फलों का भी वितरण किया गया ।
कार्यक्रम मे लखनऊ से पधारे श्री प्रवीण कुमार द्विवेदी श्री एके माथुर , वरिष्ठ उपाध्यक्ष लखनऊ मैनेजमेंट असोशिएशन, श्री अनंत जौहरी कार्यकारी निदेशक , लखनऊ मैनेजमेंट असोशिएशन, ग्राम प्रधान , पंचायत सदस्य तथा बड़ी संख्या मे ग्रामीण युवा , महिलाएं और बच्चे प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।