ग़ाज़ी भाइयों की हत्या से पसमांदा मुसलमान ख़ौफ़ज़दा: अनीस मंसूरी
लखनऊ: पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनीस मंसूरी ने ठाकुरगंज के इमरान गाजी व अरमान गाजी दोहरे हत्या काण्ड की कड़े शब्दों मे निन्दा करते हुए कहा कि दो सगें भाईयों का दोहरा हत्याकाण्ड सरकार व पुलिस की विफलता का सबसे बड़ा उदाहरण है। पसमांदा मुस्लिम समाज के कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि 2 अक्टूबर को ठाकुरगंज में हुई दो सगे भाईयों की खुलेआम हत्या से मुसलमानों खासकर पसमांदा मुसलमानों में भय और आतंक व्याप्त है। इस हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले शिवम सिंह और उमेश गौतम उर्फ चीना के खिलाफ अगर ठाकुरगंज पुलिस कार्यवाही करती तो यह हत्याकाण्ड रोका जा सकता था, लेकिन पुलिस ने अपने फर्ज को अंजाम नही दिया।
अनीस मंसूरी ने कहा कि इमरान गाजी और अरमान गाजी की हत्या के बाद हर धर्म के हजारों लोग वहाॅ जमा हो गये थे, लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद शान्तिप्रिय मुसलमानों ने दोनो लाशे रखकर प्रदर्शन नही किया। कानून व्यवस्था बनाने में पूरा सहयोग किया। उस समय हम लोगों को उम्मीद थी कि हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मृतकों के परिवार वालों के साथ इसाफ करते हुए उनको रू0 50-50 लाख की आर्थिक सहायता देगें और दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी, लेकिन अफसोस की बात यह है कि मा0 मुख्यमंत्री ने इस दोहरे हत्याकाण्ड का कोई संज्ञान नही लिया। पिछले दिनो गोमतीनगर थाने के अन्तर्गत विवेक तिवारी हत्याकाण्ड में जिस तरह से सरकार मंत्रियांे और आला अफसरों ने मृत के पत्नी के घर जाकर शोक जताया था और मुख्यमंत्री ने मृतक की पत्नी को लगभग 40 लाख की आर्थिक सहायता व सरकारी नौकरी और सरकारी मकान देने की घोषणा की थी, उससे मुसलमानों को आशा बंधी कि हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे साथ भी इंसाफ करेगें, लेकिन अफसोस का विषय है कि योगी जी ने इमरान गाजी और अरमान गाजी के हत्या के मामलें में न अपनी संवेदना जताई और न किसी भी आर्थिक सहायता की घोषणा की।
पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने कहा कि अगर सरकार एक सप्ताह के भीतर मृतक परिवार को रू0 50-50 लाख की सहायता नही देती है और दोषी पुलिस कर्मी व हत्यारों के खिलाफ कार्यवाही नही करती है तो पसमांदा मुस्लिम समाज लोकतांत्रिक तरीके से राजधानी के महात्मा गाॅधी प्रतिमा पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगा और राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ज्ञापन देगा।
पत्रकार वार्ता से पूर्व पसमांदा मुस्लिम समाज की एक बैठक हुई जिसमें मृतक के पिता श्री दिलदार अली गाजी मृतक का भाई रेहान गाजी, मृतक के चाचा रफीक गाजी, जिला पंचायत सदस्य यूसुफ गाजी, जुबेर बैग, इं0 वलीउल्लाह घोसी, नरेन्द्र सिंह यादव, हाजी शफीक, सज्जन शुक्ला, हाजी मुख्तार मंसूरी, अनिल कश्यप, वेद प्रकाश शर्मा, इमरान मिर्जा, जयराम कन्नौजिया, वीरेन्द्र कन्नौजिया, हाजी नसीम, महमूद मंसूरी, हाजी नबी बख्श मंसूरी, मो0 अनीस गाजी, मुईन खाॅ, यामीन अहमद, मो0 सलमान, दिलशाद, मो0 शरीफ गाजी ने इस दोहरे हत्याकाण्ड की कड़े शब्दों में निन्दा की और सरकार से मांग की है कि मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाय और दोषी पुलिस कर्मी व नामजद हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाय।