राजकोट टेस्ट में बल्लेबाज़ों के बाद भारतीय गेंदबाज़ भी छाये
विराट और जडेजा के शतक, पंत चुके
राजकोट: भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन ही टीम इंडिया ने मैच पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली. पहले चायकाल तकभारत ने 9 विकेट पर 649 रन बनाकर अपनी पारी को घोषित कर दी. उसके बाद उसके गेंदबाजों ने बढ़िया गेंदबाजी करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक वेस्टइंडीज के 94 रन बनते बनते 6 विकेट गिराकर मेहमान टीम को बैकफुट पर ला दिया.
दिन की शुरुआत में विराट कोहली ने ऋषभ पंत के साथ टीम इंडिया को तेजी से बड़े स्कोर की ओर ले जाने की कोशिश की. दिन के चौथे ओवर में ही जब विराट ने शेरमन गैब्रियल की गेंद पर चौका लगाया, विराट ने भारत में अपने टेस्ट करियर के 3000 रन पूरे कर लिए. विराट ने यह उपलब्धि केवल 53 पारियों में हासिल की. विराट के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने भी भारत में केवल 53 पारियों में 3000 रन बनाए. विराट पुजारा के बाद सचिन तेंदुलकर ने 55 पारियों में, मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 56 पारियों में, वीरेंद्र सहवाग ने 59 पारियों में और गावस्कर के साथ दिलीप वेंगसरकर ने 64 पारियों में 3000 रन बनाए थे.
जल्द ही विराट ने पंत के साथ स्कोर 400 रन के पार किया. इस स्कोर पर विराट 88 रन के निजी स्कोर पर थे, जबकि पंत के केवल 37 रन थे. जिसके बाद ऋषभ पंत ने ताबड़तोड़ पारी खेलना शुरू की और पहले तो छक्के से अपना अर्द्धशतक पूरा किया और उसके बाद भी वे नहीं रुके. उन्होंने छक्के के साथ दोनों के बीच शतकीय साझेदारी पूरी कर ली जब टीम का स्कोर 440 हो गया.
इसके बाद ही विराट कोहली ने अपने करियर का 24वां शतक चौके के साथ पूरा किया. बतौर कप्तान विराट का यह 17वां शतक है. इस मामले में उन्होंने एलन बॉर्डर, स्टीवन स्मिथ और स्टीव वॉ को पीछे छोड़ा. इन तीनों ने ही बतौर कप्तान 15 शतक लगाए हैं. विराट का यह कप्तानी रिकॉर्ड उनके आलोचकों के लिए खासा जवाब है. पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के विदेशी दौरों के बाद विराट की कप्तानी पर सवाल उठते रहे हैं.
विराट के शतक के समय ऋषभ पंत 88 रन बना चुके थे लेकिन ऋषभ पंत अपना शतक बनाने से चूक गए जब वे 92 रन के निजी स्कोर पर देवेंद्र विशु की गेंद पर कीमो पॉल को बैकवर्ड पाइंट पर कैच दे बैठे. पंत ने तूफानी पारी खेली और 8 चौके और चार छक्के लगाए. पंत ने विराट के साथ 133 रनों की अहम साझेदारी की. पंत टीम इंडिया के 473 रन के स्कोर पर आउट हुए. अब तक टीम इंडिया की आधी टीम पवेलियन वापस लौट चुकी थी. ऋषभ पंत के आउट होने के बाद लंच तक विराट कोहली (120) और रवींद्र जडेजा (19) ने मिलकर टीम का स्कोर 117वें ओवर में 506 रन कर दिया.
इसके बाद दूसरे सत्र की शुरुआत में ही विराट कोहली ने शेरमन लुइस की गेंद पर चौका लगा कर इस साल के कैलेंडर ईयर के अपने 1000 रन पूरे कर लिए. विराट ने लगातार तीसरे साल कैलेंडर ईयर में 1000 से ज्यादा रन बनाए. इससे पहले 2017 और 2016 में भी विराट ने 1000 से ज्यादा रन बनाए हैं. विराट कोहली अपनी शतकीय पारी लंबी नहीं खींच सके और 139 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए. उन्हें शेरमन लुइस ने मिड ऑफ पर देवेंद्र बिशु के हाथों कैच आउट कराया. विराट ने अपनी पारी में 230 गेंदें खेली और 10 चौके लगाए. विराट जब आउट हुए तब टीम इंडिया का स्कोर 534 रन था.
विराट के जाने के बाद जडेजा जो कि उस समय 28 रन बना चुके थे, ने अपने हाथ खोल दिए और बड़े शॉट खेलने लगे. उनके साथ अश्विन 7 रन और कुलदीप यादव 12 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद जडेजा और उमेश के बीच 55 रनों की अहम साझेदारी हुई. उमेश यादव 22 रन बनाकर आउट हुए. तब जडेजा 79 रन पर खेल रहे थे. मोहम्मद शमी के आउट होने के बाद जडेजा ने पारी तेज की और जब अपना शतक पूरा किया तब कप्तान विराट ने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी. इस तरह पहली पारी में टीम इंडिया के 9 विकेट पर 649 रन बने.
वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा विकेट देवेंद्र बिशु ने चार विकेट लिए. शेरमन लुइस ने दो विकेट लिए. इसके अलावा गैब्रियल, ब्रैथवेट, और रोस्टन चेस को एक-एक विकेट मिला. अभी तक टीम इंडिया की बल्लेबाजी तो बढ़िया मानी ही जा रही है लेकिन वेस्टइंडीज की गेंदबाजी भी कुछ असर डालने वाली नहीं रही. वहीं टीम इंडिया के गेंदबाज दबाव डालने में सफल रहे. शुरुआत से ही वेस्टइंडीज टीम के बल्लेबाज दबाव में रहे थे.