मदर डेयरी पूर्वी उत्तर प्रदेश में करेगी अपना विस्तार
राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की सहयोगी मदर डेयरी फ्रूट एण्ड वेजीटेबल प्राइवेट लिमिटेड ने आज वाराणसी में अपनी डेयरिंग एवं बागवानी विकास परियोजना का ऐलान किया है। कंपनी खेती के उत्पाद जैसे दूध एवं ताज़ा फलों और सब्ज़ियों की खरीद एवं विपणन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की स्थापना करेगी। मदर डेयरी गांधी जयंती के मौके पर शहर के निवासियों के लिए 10 दूध तथा फल एवं सब्जियों के बूथ औपचारिक रूप से उपलब्ध कराने जा रही है। कंपनी ने शहर के नागरिकों के लिए 25 ऐसे बूथ उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।
इस मौके पर श्री दिलिप रथ, अध्यक्ष, राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड ने कहा, ‘‘एनडीडीबी किसानों की आय दोगुनी करने केे अपने प्रयास में डेयरी एवं हाॅर्टीकल्चर प्रक्रिया के विकास के लिए संस्थागत सहयोग प्रदान कर रही है। पहल केे तहत कंपनी ने असम, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा और पश्चिमी बंगाल में पर्याप्त निवेश एवं उन्नति की है, और अब उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में योगदान देने के लिए तैयार है। ये क्षेत्र संगठित डेयरी एवं हाॅर्टीकल्चर उद्योग के परिप्रेक्ष्य से अविकसित कहे जा सकते हैं, ऐसे में यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं।’’ श्री रथ ने कहा, ‘‘आज के समय में नकदी फसलों तथा वैल्यू एडेड फार्मिंग जैसे फलों, सब्ज़ियों तथा पशुपालन से जुड़ी गतिविधियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि किसान संगठित विपणन प्रणाली से लाभान्वित हो सकें। इसी रणनीति के मद्देनज़र मदर डेयरी कन्ज़्यूमर टच पाॅइन्ट खोल रही है, ताकि किसानों को बाज़ार के साथ जोड़ा जा सके। मदर डेयरी 2024 तक अपने नेटवर्क में 56000 से अधिक किसानों को शामिल कर किसान विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित करेगी।’’ मदर डेयरी राज्य के 29 ज़िलों में 2 लाख किसानों से 15 लाख लीटर दूध प्रतिदिन खरीदती है। इसके अलावा मदर डेयरी की फल एवं सब्जी की ईकाई ’सफ़ल’ उत्तर प्रदेश के 22 ज़िलों में 3000 किसानों से 20 से अधिक प्रकार के फल और सब्ज़ियां खरीदती है।
उन्होंने कहा, ‘‘उपभोक्ता कंेद्रित संगठन होने की वजह से मदर डेयरी हमेशा से अपने उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत रही है। हमारे आउटलेट्स कई तरह से उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हैं, जो एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार के गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उचित दामों पर उपलब्ध कराते हैं, इसके अलावा ये आउटलेट डिजिटल भुगतान, तोलने वाली इलेक्ट्राॅनिक मशीन जैसी आधुनिक सुविधाओं से भी युक्त हैं। वाराणसी को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिलने के साथ ही अब दूध एवं फल-सब्ज़ियों के बूथ की स्थापना से शहर के निवासियों को ज्यादा सहूलियत मिलेगी।’’
इस मौके पर श्री सौगत मित्राए निदेशक, मदर डेयरी फ्रूट एण्ड वेजीटेबल प्राइवेट लिमिटेड ने कहा,‘‘ मदर डेयरी फ्रूट एण्ड वेजीटेबल प्राइवेट लिमिटेड न केवल किसानों एवं उपभोक्ताओं को बल्कि पूर्व सैनिकों को भी सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। शहर के ये प्रस्तावित आउटलेट पूर्व सैनिकों द्वारा संचालित किए जाएंगे, इसके लिए कंपनी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की तरह ही महानिदेशालय पुनर्वास के साथ सामरिक अनुबंध भी किया है।’’