वसीम रिज़वी पर कार्रवाई नही हुई तो मोहर्रम के बाद ऐतेहासिक विरोध प्रदर्शन: कल्बे जवाद
लखनऊ: शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी के विवादित और मुफ्सिदाना बयान की निंदा करते हुए आज इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय मीडिया की भी यही पालिसी रही है कि ऐसे विवादित लोगो को हाईलाइट किया जाए जो मुसलमानों के खिलाफ ज़हर उगल रहे हैं। वरना जो व्यक्ति समाज में इक्तेलाफ़ फैलाने के लिए काम कर रहा है उस को इस तरह हाईलाइट करने की क्या वजह है ? मौलाना ने कहा कि वो देवा शरीफ में आने वाली अकीदतमंद महिलाओं का अपमान कर रहा है तो कभी मदरसों के चरित्र को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है ताकि समाज मे नफरत का जहर घोला जा सके । ताज्जुब ये है कि मदरसों के जिम्मेदार उसके फसाद फैलाने वाले बयान पर खामोश है । उस ने मरजा आयतुल्लाह सैयद अली सीस्तानी का खुलेआम अपमान किया मगर सब खामोश रहे। वो लोग जो उनके इजाज़े के नाम पर शरई रकम वसूल कर रहे हैं उनकी तरफ से भी कोई निंदनीय बयान नही आया, हमारी अपील है कि ऐसे व्यक्ति की सामने आकर निंदा की जाए और सरकार तक अपनी बात पहुचाई जाए कि शियों का इस विवादित व्यक्ति से कोई रिश्ता नही है।
मौलाना ने कहा कि हमने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके कहा कि अगर वसीम रिजवी के विवादित बयान की वजह से कहीं हिन्दू मुस्लिम फसाद होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी क्योंकि सरकार और प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई नही कर रहा है । मौलाना ने कहा कि अगर इसके भ्रष्टाचार के खिलाफ शीघ्र ही कार्रवाई नही की गई तो मोहर्रम के बाद शिया और सुन्नी मिल कर ऐतेहासिक विरोध प्रदर्शन करेंगे । अगर इसको राजनैतिक संरक्षण हासिल नही होता तो अब तक इसके खिलाफ कार्रवाई हो चुकी होती और वो ऐसे विवादित बयान कभी नही देता मगर राजनैतिक संरक्षण की बुनियाद पर वो बड़ चढ़ कर बोल रहा है इस लिए अगर ये राजनैतिक संरक्षण खत्म नही किया गया तो मोहर्रम के बाद शिया और सुन्नी मिल कर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे जिसमे देश भर से उलेमा और अवाम को आमंत्रित किया जाएगा।