मालेगांव धमाके का आरोपी लड़ेगा लोकसभा चुनाव
नई दिल्ली: साल 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए बम धमाकों के आरोपी रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। बताया जा रहा है कि मेजर रमेश उपाध्याय पश्चिम बंगाल की जादवपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हिंदू महासभा मेजर रमेश उपाध्याय को अपने टिकट पर चुनाव मैदान में उतारेगी। रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय इन दिनों जमानत पर बाहर हैं। बीते साल बॉम्बे हाईकोर्ट ने रमेश उपाध्याय को समानता के अधिकार के तहत जमानत देने का आदेश दिया था। जिसके बाद से वह जेल से बाहर हैं।
गौरतलब है कि रमेश उपाध्याय ने बीते साल उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए मकोका कोर्ट से अनुमति मांगी थी। जिसे मकोका कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। रमेश उपाध्याय के उत्तर प्रदेश के बैरिया और मेरठ सदर से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थी। हालांकि रमेश उपाध्याय ने सिर्फ बैरिया से ही चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इसका कारण ये था कि रमेश उपाध्याय उत्तर प्रदेश के बलिया के निवासी हैं और इसी के चलते उन्होंने बैरिया से ही चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया था। ऐसा नहीं है कि रमेश उपाध्याय राजनीति के लिए नए हैं। साल 2012 में भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर रमेश उपाध्याय उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद साल 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रिटायर्ड मेजर और मालेगांव बम धमाके के आरोपी रमेश उपाध्याय ने अखिल भारतीय हिंदू महासभा के टिकट पर उत्तर प्रदेश के बैरिया से चुनाव लड़ने की चर्चाएं थी, लेकिन बाद में वह चुनाव मैदान में नहीं उतरे। 29 सितंबर, 2008 में हुए मालेगांव बम धमाकों में 7 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। पुलिस ने इस मामले में मेजर रमेश उपाध्याय, कर्नल पुरोहित, साध्वी प्रज्ञा समेत 9 लोगों को आरोपी बनाया था। अब हिंदू महासभा ने रमेश उपाध्याय को अपने टिकट पर पश्चिम बंगाल के जादवपुर से लोकसभा चुनाव लड़ाने का ऐलान किया है।