लखनऊ। आॅल इण्डिया हुसैनी सुन्नी बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयद जुनैद अशरफ किछौछवी ने न्यायमूर्ति बी.एस. चौहान की अध्यक्षता वाले विधि आयोग ने कानून मंत्रालय को दिए गए परामर्श पत्र का, जिसमें कहा गया है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी.) की अभी भारत मंे ज़रूरत नहीं है। का स्वागत करते हुए कहा कि भारत जैसे बहुसंस्कृति वाले देश में सभी धर्मों का अपना पर्सनल लाॅ है जिससे उनकी संस्कृति बची हुई है, भारतीयों को अपने धर्म के हिसाब से चलने की आज़ादी है। और भारत के संविधान की मंशा भी यही कहती है।
साथ ही साथ जुनैद अशरफ किछौछवी ने मौलाना कल्बे जव्वाद के उस ब्यान का समर्थन किया जिसमें उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी को वक्फ बोर्ड से हटाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अगर वक्फ बोर्ड, वाक्फीन की मंशा के हिसाब से काम न करे तो ऐसे अध्यक्ष कोे हटा देना चाहिए। वक्फ बोर्ड में जो भी सदस्य हैं उन्हें भी इसके खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हंे भी इसका भागीदार समझा जायेगा। सरकार से मांग करते हुए श्री किछौछवी ने कहा कि मौलाना कल्बे जव्वाद की बात को संजीदगी से ले।