यूपी की बदहाल कानून व्यवस्था और नाकामियों पर कांग्रेस MLC ने उठाये सवाल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश कॉग्रेस विधान परिषद् दल के नेता दीपक सिंह ने सदन मे उत्तर प्रदेश में बदहाल हो रही कानून व्यवस्था को लेकर सरकार से प्रश्न किया और कहा लगातार प्रदेश की स्थिति अत्यन्त खराब हो गयी है जिसे रोकने में प्रदेश सरकार नाकाम साबित हो रही है, प्रदेश की राजधानी में दिन दहाडे विगत दिनों हुई घटनाओं में राज्यपाल सचिवालय के पास कैश वैन के गार्ड की ए0टी0एम0 लूटने आये बदमाशें ने गोली माकर कर हत्या, जुलाई माह में 1090 वी.आई0पी0 चौराहे के पास जहॉ रात दिन पुलिस रहती है वहॉ चौराहे पर बेरहमी से मासूम की गला घोंट कर हत्या कर गयी है, प्रदेश में जहॉ पर मुख्य मंत्री, समेत प्रदेश के सारे आला अफसर सुरक्षित भविष्य की चाह में प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निवास करते हैं, ऐसे में कभी मुख्य मंत्री के निवास के पास कभी गवर्नर हाउस के पास तथा राजधानी के प्रमुख इलाकों में हत्यायें और लूट-पाट की घटनायें आम हो गयी है परन्तु प्रदेश सरकार मात्र कानून व्यवस्था को रोकने एवं उसे काबू करने की मात्र दुहाइयॉ दे रही है।
श्री दीपक ने कहा कि प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था के कारण आम शहरी अपने आपको सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है, राजधानी में आये दिन दिन दहाडे हत्यायें हो रही हैं मॉ बहनों की अस्मत लूटी जा रही है। बचपन में हम चम्बल को सबसे असुरक्षित सुनते रहे हैं पर आज कल प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चम्बल को देख रहे या कहें तो चम्बल को पीछे छोड़ दिया है। जब यह हाल प्रदेश की राजधानी का है जहॉ हर मिनट में एक अपराध हो रहा है। तो प्रदेश के अन्य जनपदों का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश ध्वस्त कानून व्यवस्था के मामले में सबसे ऊॅचे पायदान पर है। ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश की जनता में सरकार के प्रति भारी रोष एवं आक्रोष है ऐसा लगता है सरकार ने अपना इकबाल खो दिया है ।
कॉग्रेस विधान परिषद् दल के नेता दीपक सिंह ने प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सरकार द्वारा निःशुल्क पुस्तक वितरण समय पर वितरण न किये जाने को लेकर सरकार से नियम 39 में जवाब मांगा ।
प्रदेश के सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय अप्रैल माह से खुले है परन्तु उक्त विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को अभी तक पाठय पुस्तक नही मिल सकी है जिस कारण प्रदेश के करोडो बच्चों को सरकार द्वारा निःशुल्क पुस्तक वितरण किये जाने का औचित्य समाप्त हो जाता है पिछले वर्ष सदन में पुस्तको को वितरण किये जाने की चिन्ता व्यक्त की थी इसमें नियम कानून का हवाला देकर शिक्षा सत्र समाप्त हो जाने के बाद भी समस्त पाठ्यक्रम की पुस्तकों का वितरण नहीं हो सका था । इस वर्ष भी पॉच महीना बीत जाने के बाद भी पुस्तक का वितरण बच्चों को न होने से सरकार की निः शुल्क पुस्तक वितरण का औचित्य समाप्त हो गया ह,ै तथा सरकार की नीति में भ्रष्टाचार की बू आ रही है। जब समय बीत जायेगा तो पुस्तक वितरण का औचित्य नहीं बनता है। जिसको लेकर प्रदेश की जनता में बेसिक शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था/नीति को लेकर प्रदेश की जनता में भारी रोष एवं आक्रोष है। प्रदेश के करोडों बच्चों को तत्काल पुस्तक वितरण का लाभ दिलाये जाने की प्रदेश सरकार से मॉग करता हूॅ।
कॉग्रेस विधान परिषद् दल के नेता दीपक सिंह ने प्रदेश के उच्च प्राथमिकी विद्यालय में कार्यरत 31 हजार अनुदेशकों का बढे हुए दर पर भुगतान न किये जाने को लेकर सरकार से नियम 115 में जवाब मांगा और कहा कि भारत सरकार व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा ट्वीट करने के बाद भी अनुदेशको का मानदेय अभी तक नहीं बढा ।
प्रदेश के उच्च प्राथमिकी विद्यालय में कार्यरत 31 हजार अनुदेशकों को अभी तक पुराने वेतन के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। जबकि वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2017-18 के तहत जारी उच्च प्राथमिक वि0 में कार्यरत 31 हजार अनुदेशको के रू0 17000/प्रति माह का मार्च 2017 से भुगतान हेतु संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा वर्ष-2017-2018 में पास हुआ था सरकार ने शिक्षा मित्रों व इंटीग्रेड एवं रिसोर्स टीचर को शासनादेश जारी कर लाभ दिया जा रहा है परन्तु अभी तक अनुदेशकों का शासनादेश जारी नहीं किया गया है
श्री दीपक ने कहा कि जब कि सर्व शिक्षा अभियान परियोजना कार्यालय, लखनऊ को समस्त धनराशि प्राप्त हो चुकी है। अनुदेशको को छोडकर कुछ अन्य को बढा हुआ मानदेय मार्च, 2017 से मिलना आरम्भ हो गया है 15 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी अनुदेशकों का बढे हुए दर पर भुगतान नही किया जा रहा है जबकि मुख्यमंत्री जी ने अपने ट्वीटर पर भी जल्द बढा मानदेय देने की बात 1 जून 2018 को कही थी फिर भी अभी तक अनुदेशको को इसका लाभ नहीं मिल रहा अनुदेशको एवं उनके परिवार को घोर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड रहा है जिसको लेकर प्रदेश के समस्त अनुदेशक एवं उनके परीजनो में दोहरी नीति को लकर काफी रोष एवं असंतोष है ।
सुधा सिंह को दी बधाई
देश व हमारे प्रदेश का गौरव बढाने हेतु सुधा सिंह ने ऐशियन गेम्स में सिल्वर मेंडल जीता है वह पूर्व में भी वर्ष-2000 में ऐशियन गेम्स में गोल्ड मेंडल जीत चुकी हैं हम प्रदेश की ऐसी प्रतिभा को सदन के माध्यम से बधाई देतें है, वह हमेशा हमारे प्रदेश व देश का मान- सम्मान बढाते रहें ईश्वर से यही प्रार्थना करता हॅू कि इनका मनोबल सदैव ऊचा रहें।