जैसलमेर: राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शुक्रवार को कहा कि एक वक्त था जब राज्य का प्रमुख होने के बावजूद उन्हें महिला होने के चलते निशाना बनाया गया। 40 दिवसीय गौरव यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले जैसलमेर में एक महिला जनसभा को संबोधित करते हुए कहा- “आप सोचते हैं कि मेरे मुख्यमंत्री रहने के चलते कोई समस्या नहीं आई। मैं एक मुख्यमंत्री हूं। लेकिन, मैं आपके दुखों को समझ सकती हूं क्योंकि इस पद पर रहते हुए भी मैनें महिला के तौर पर समस्या का सामना किया है। इसलिए, हमने ऐसी योजना बनाई है जिससे महिलाओं को सशक्त किया जा सके, ताकि उन्हें किसी के आगे निवेदन न करना पड़े।”

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 'राजश्री योजना' के फायदा के बारे में विस्तार से बता रही थीं, जिसके अंतर्गत एक परिवार में बच्ची के पैदा होने पर और उसके बाद उसके अलग-अलग उम्र में होनेवाले पैसों का फायदा दिया जाता है। उन्होंने भामाशाह योजना के बारे में भी बताया, जिसके तहत महिला को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पैसा सीधे बैंक अकाउंट्स में भेजा जाता है।

राजे ने कहा कि उनकी सरकार की तरफ से जो योजनाएं चलाई गई हैं, उसकी वजह से कई घर सामर्थ्यवान हुए हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां पर बच्चियों के जन्म होने होने पर बेटे की तरह खुशियां मनाई जाती है। उन्होंने कहा- “मैं केवल दो जाति जानती हूं- महिला और पुरूष। एक तरफ जहां हम अपने आपको घर का मुखिया कहते हैं, हम जानते है कि कौन असली मुखिया है।”