उन्नाव रेप कांड : तूल पकड़ता जा रहा है मुख्य गवाह के शव को दफनाने का मामला
नई दिल्ली: उन्नाव रेप कांड के मुख्य गवाह यूनुस की मौत के बाद शव को आनन-फानन में दफनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन कड़ी सुरक्षा के बीच शव को दोबारा बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराने की तैयारी कर रहा है. हालांकि परिजन शव को दोबारा बाहर नहीं निकलवाना चाहते हैं और इसका विरोध कर रहे हैं. गांव में भारी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भारी पुलिस फोर्स बुलाई गई है.
गौरतलब है कि दुष्कर्म के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से जुड़े प्रकरण में पीड़िता के पिता की हत्या में सीबीआई के मुख्य गवाह की रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई है. पुलिस और सीबीआई को सूचना दिए बिना ही परिजनों ने आनन-फानन में शव को दफना दिया. पीड़िता के चाचा ने इसकी साजिशन हत्या किए जाने की बात कहते हुए पोस्टमार्टम कराने की मांग है.
कथित बलात्कार मामले की जांच कर रही सीबीआई ने कहा कि गवाहों की सुरक्षा राज्य पुलिस की जिम्मेदारी है और ये केंद्रीय एजेंसी के कार्यक्षेत्र में नहीं आता. उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सीबीआई के साथ साझा की गई जानकारी के मुताबिक यूनुस नाम का गवाह पिछले कुछ समय से कथित तौर पर बीमार चल रहा था. वो माखी गांव में एक परचून की दुकान चलाता था. पीड़िता और विधायक भी इसी गांव में रहते हैं. उन्होंने बताया कि उसे कुछ दिनों से लीवर संबंधी बीमारी थी और पिछले हफ्ते उसकी मौत हो गई थी. जर्मनी में मौजूद राहुल गांधी ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्विटर पर आरोप लगाया कि मामले के मुख्य गवाह की “रहस्यमय परीस्थितियों में मौत हुई‘’ और “शव का पोस्टमार्टम किए बिना ही उसे जल्दबाजी में दफनाया गया.”
यूनुस सीबीआई के उस मामले में एक गवाह था जो विधायक अतुल सिंह सेंगर के भाई और चार अन्य द्वारा बलात्कार पीड़िता के पिता की बुरी तरह पिटाई करने से जुड़ा है. इस पिटाई की वजह से पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी. बलात्कार पीड़िता के पिता की जेल में मौत हो गई थी जहां उसे आर्म्स एक्ट के कथित झूठे आरोपों के तहत रखा गया था. उन्नाव में सफीपुर के मंडल अधिकारी विवेक रंजन राय ने बताया कि यूनुस की मौत शनिवार को लीवर सिरोसिस की वजह से हुई थी.