लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने बुधवार (22 अगस्त) को ऐलान किया कि सत्ता में आने पर भगवान विष्णु के नाम पर एक विशाल नगर विकसित किया जाएगा, जिसमें कंबोडिया के अंगकोरवाट मंदिर की तर्ज पर एक भव्य मंदिर बनाया जाएगा। अखिलेश यादव का यह बयान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के पिछले हफ्ते राम मंदिर को लेकर दिए गए उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए कानूनी रास्ता अपनाया जा सकता है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम लायन सफारी (इटावा) के पास 2,000 एकड़ में भगवान विष्णु के नाम पर एक शहर विकसित करेंगे। हमारे पास चंबल के बीहड़ में ज्यादा जमीन है और वहां अंगकोरवाट मंदिर की तर्ज पर भव्य विष्णु मंदिर बनाएंगे।’’ उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा था कि जरूरत पड़ने पर राम मंदिर के निर्माण के लिए संसद में विधेयक लाया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि कोई अन्य विकल्प शेष नहीं रहने पर यह रास्ता अपनाया जा सकता है और संसद के दोनों सदनों में उनकी पार्टी के पास पर्याप्त संख्या बल है।

अखिलेश यादव ने वादा किया कि सत्ता में आने पर विष्णु भगवान के नाम पर शहर बनाएंगे, जिनके अवतार भगवान राम और भगवान कृष्ण हैं। सपा प्रमुख ने कहा कि शहर की योजना बनाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम को कंबोडिया भेजा जाएगा। यह शहर हमारे अतीत की संस्कृति और ज्ञान का केंद्र होगा। कंबोडिया का अंगकोरवाट विश्व के सबसे विशाल धार्मिक परिसर में से एक है। वह मूल रूप से भगवान विष्णु को सर्मिपत हिन्दू मंदिर था, जो धीरे-धीरे बौद्ध मंदिर में तब्दील हो गया। बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने इसे साजिशकर्ताओं की पार्टी बताया जो जमीनी स्तर पर कुछ नहीं करती है और वोट के लिए जनता को बेवकूफ बनाती है।

अखिलेश ने दावा किया, ‘‘बीजेपी षड्यंत्र में यकीन करती है। हम विकास में विश्वास करते है। वे मत प्राप्त करने के लिए लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। हम वोट के लिए अपने विकास कार्यों पर निर्भर हैं। राज्य के लोग बीजेपी से आजिज आ चुके हैं और उसे सत्ता से बाहर करने का एक मौका ढूंढ रहे हैं। 2019 में अपनी जन विरोधी राजनीति के कारण बीजेपी हार जाएगी।’’ अखिलेश ने अगले महीने से कन्नौज से ‘हक और सम्मान’ साइकिल यात्रा शुरू करने की घोषणा की।