लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि असम के राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर मुद्दे पर बसपा सुप्रीमों सुश्री मायावती के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जब असम में अवैध बंग्लादेशियों की घुसपैठ का मुद्दा जनआंदोलन बना था तब सुश्री मायावती का राजनीति में अता-पता भी नहीं था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ कदम से कदम मिलाते हुए बसपा सुप्रीमों ने बंग्लादेशी घुसपैठियों को बचाना चाहती है। उन्होंने कहा अवैध घुसपैठियों के मुद्दे पर असम के सैकड़ो नौजवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। कांग्रेस के पास असम के समझौतें को लागू करने की हिम्मत नहीं थी, लेकिन भाजपा की सरकार ने हिम्मत दिखाई और यह काम कर दिखाया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारें वोट बैंक की लालच में सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों की भी अनदेखी करती थी लेकिन भाजपा सरकार ने मा0 न्यायालय की मंशा के अनुरूप बिना किसी तुष्टीकरण के राजनीत के उचित कदम उठाया है। असम की जनता की भावनाओं के अनुरूप और देश की सीमाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही असम सरकार व केन्द्र सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि न्यायालय की अवहेलना करने का बसपा प्रमुख का पुराना इतिहास रहा है। अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में स्मारकों और मूर्तियों का निर्माण न्यायालय की रोक के बावजूद जारी रखा। इसीलिए बसपा प्रमुख आज भी संवैधानिक संस्थाओं द्वारा दिए जाने वाले दिशा निर्देशों के खिलाफ खड़ी होने से गुरेज नहीं कर रही है।
डा0 पाण्डेय ने कहा कि उ0प्र0 में दलितों, पिछड़ों के बीच बीजेपी का सम्पर्क संवाद लगातार बढ़ रहा है, जिससे सुश्री मायावती भयभीत है। मोदी-योगी की सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ो व गरीबों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं से बीजेपी का जनाधार लगातार बढ़ रहा है। इसीलिए पिछले लोकसभा के चुनावों में शून्य पर रही बसपा के खीसकते जनाधार को बचाने के लिए सुश्री मायावती राष्ट्रहित की भी अनदेखी करने से नहीं चूक रही।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने बसपा सुप्रीमों द्वारा उ0प्र0 के अल्पसंख्यकों को बंग्लादेशी घुसपैठियों के साथ जोड़ने के प्रयास को राष्ट्र विरोधी सोच का परिचायक बताते हुए कहा कि देश में रहने वाले अल्पसंख्यक का देश भक्ति का अपना इतिहास रहा है। बंग्लादेशी घुसपैठियों के साथ उनका नाम जोड़कर सुश्री मायावती देश के राष्ट्र भक्त लोगों का अपमान कर रही है।