अयोध्या में लगेगी भगवान राम की 108 मी. ऊंची मूर्ति
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या में भगवान राम की 108 मीटर प्रतिमा लगवाने जा रही है। दरअसल दीपोत्सव -2017 के आयोजन के दौरान सरयू तट पर भगवान राम की आदमकद प्रतिमा की स्थापना को लेकर शुरू हुई चर्चा को अब आधार मिल गया है। शासन ने इस योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। योजना को मूर्त रूप देने के लिए शासन ने आर्किटेक्टों (वास्तुविदों) को हायर किया है। यह वास्तुविद शनिवार को लखनऊ से अयोध्या पहुंचे और उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए छह हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता बताई गई है। इस सिलसिले में कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबंधक बीके सिंह ने बंदोबस्त अधिकारी सहित राजस्व कर्मियों के साथ वास्तुविदों को लेकर अयोध्या भ्रमण कर योजना के सम्बन्ध में स्थान को चिह्नांकित कराया। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भगवान की आदमकद प्रतिमा की स्थापना के लिए अन्तरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय के पीछे से लेकर रेलवे पुल होते हुए फोरलेन पुल के मध्य में तीन स्थानों का चयन किया गया है।
मीरापुर द्वाबा मांझा क्षेत्र में पड़ने वाले इन स्थानों को लेकर सहायक चकबंदी अधिकारी कमाल अहमद ने जानकारी दी कि यह राजस्व गांव सर्वे बंदोबस्त विभाग के पास है। इसी के चलते सर्वे विभाग के राजस्व कर्मियों को चयनित स्थानों से सम्बन्धित भूमि के रिकार्डों को खंगाला जा रहा है। इसके बाद राजस्व विभाग की आख्या के साथ पर्यटन विभाग की ओर से शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।
उधर बताया गया कि मांझा मीरापुर द्वाबा के अभिलेख हाईकोर्ट के आदेश से सील किए गए हैं। इसी के चलते फिलहाल निरीक्षण कार्य स्थगित कर दिया गया है।
इस सम्बन्ध में भूलेख अधिकारी के साथ राजस्व कर्मियों की बैठक कराकर रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृजपाल सिंह ने बताया कि प्रस्तावित योजना के लिए छह हेक्टेयर भूमि की जरुरत है। उन्होंने बताया कि सर्वे बंदोबस्त के राजस्व कर्मी अभिलेखों की जांच कर जमीन के बारे में अपनी रिपोर्ट देंगे तदुपरांत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
यह भी बताया गया कि 108 मीटर भगवान राम की प्रतिमा का निर्माण जन सहयोग से कराया जाएगा। इसके लिए 36 मीटर पैडस्टल बनाया जाएगा। वहीं निर्माण स्थल के आसपास की भूमि का सौन्दर्यीकरण पर्यटन विभाग की योजना के अनुसार कराया जाएगा। फिलहाल प्रतिमा के लिए गैर सरकारी स्तर से प्रयास भी शुरू कर दिए गए हैं।