नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर जिले में मॉब लिंचिंग का एक नया मामला सामने आया है. यहां रामगढ़ में गौ तस्करी के संदेह में हरियाणा के रहने वाले एक शख्स की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले से बीते साल अलवर में हुई पहलू खान की हत्या की घटना की याद ताजा हो गई है.

मृतक की पहचान हरियाणा के कोलगांव के रहने वाले 50 वर्षीय अकबर खान के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि खुद को गौरक्षक बताने वाले लोग इस भीड़ की अगुवाई कर रहे थे. उनका आरोप था कि वह अपने गांव से दो गाय लेकर अलवर के रामगढ़ लालमंड़ी जा रहे थे. तभी भीड़ ने उसे रोककर पूछताछ की और पीट-पीटकर मार डाला. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अलवर सरकारी अस्पताल भेज दिया है और मामले की छानबीन कर रही है.

पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि मृतक अकबर उर्फ़ रकबर पुत्र सुलेमान अपने साथी के साथ गायों को लेकर लालामंडी रामगढ़ से पैदल जा रहे थे. तभी रास्ते में कथित गौ रक्षकों के साथ ग्रामीणों ने उनकी पिटाई कर दी. इस दौरान अकबर का एक साथी तो भाग निकला, लेकिन अकबर भीड़ के हत्थे चढ़ गया. सूचना के बाद पुलिस ने अकबर को अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई. फिलहाल गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है और मौके पर पुलिस के अधिकारी भी मौजूद हैं. मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

यह घटना ऐसे समय सामने आई है, जब पीएम मोदी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं की कड़ी निंदा की थी. उन्होंने राज्य सरकारों से ऐसी घटनाओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की अपील की है. उधर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.

देश में हुई मॉब लिचिंग की हालिया घटनाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता व्यक्त की थी और संसद से भीड़ की हिंसा को रोकने के लिए कानून बनाने को कहा है. उसने साफ कहा है कि भीड़तंत्र की ये घिनौनी हरकतें कानून के राज की धारणा को ही खारिज करती हैं. यह भी कि समाज में शांति कायम रखना केंद्र सरकार का दायित्व है.

आपको बता दें कि अलवर में ही पिछले साल गौ रक्षकों की कथित भीड़ ने पहलू खान नाम के शख्स पर हमला कर दिया था. राजस्थान में गाय खरीदने के बाद हरियाणा जा रहे पहलू खान की इस हमले के दो दिन बाद मौत हो गई थी. डेयरी बिजनस करने वाले खान पर हमला करने के 6 आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने क्लीनचिट दे दी थी, जबकि 9 अन्य आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला चलाए जाने की बात कही थी.