नई दिल्ली: केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 10 घंटे बहस के बाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा, “कुछ लोग कहते थे कि वे खड़े होंगे तो सामने मैं खड़ा नहीं रह पाऊंगा। लेकिन मैं खड़ा भी हूं और अपनी सरकार के चार साल के काम पर अड़ा भी हूं।” उन्होंने इससे इतर कहा कि कांग्रेस देश में अस्थिरता फैलाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाई। उन्होंने कहा कि वह कामदार हैं, नामदार नहीं। इसलिए हम आपकी (राहुल गांधी) आंख में आंख नहीं डाल सकते। पीएम मोदी ने करीब 90 मिनट तक जवाब दिया।

पीएम ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार बिना तुष्टिकरण किए सबका साथ, सबका विकास कर रही है। इस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ‘प्लीज-प्लीज’ कर सदस्यों से शांति बनाए रखने की अपील करती रहीं। दूसरी तरफ, टीडीपी के सदस्य ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे। पीएम ने इसके अलावा मुद्रा योजना के तहत 13 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की भी बात कही।

लोकसभा में शुक्रवार (20 जुलाई) की रात नौ बजकर 17 मिनट पर पीएम का संबोधन शुरू हुआ था। सबसे पहले उन्होंने स्पीकर सुमित्रा महाजन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि यह अविश्वास प्रस्ताव खारिज कर दिया जाए।” पीएम ने इसके बाद शेर पढ़ा- न मांझी न रहबर, न हक में हवाएं है कश्ती भी जर्जर ये कैसा सफर है। यही नहीं, वह बोले- सार सार को गही रहे, थोथा दे रहे उड़ाय।

मोदी ने आगे राहुल पर तंज कसा। कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि अगर वे खड़े हो जाएंगे तो मैं 15 मिनट भी खड़ा नहीं रहूंगा। मैं खड़ा भी हूं और चार साल जो काम किया है उस पर अड़ा भी हूं।” उन्होंने इसके साथ साफ किया कि यह सरकार का नहीं, बल्कि कांग्रेस का ही फ्लोर टेस्ट है। बकौल पीएम, “अविश्वास प्रस्ताव को अपने कुनबे को समेटने के लिए लाया गया।”

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वह बोले, “लोगों के मन में यह प्रश्न है कि अविश्वास प्रस्ताव लाया क्यों गया? न तो संख्या है, न सदन में बहुमत है। फिर भी सदन में इस प्रस्ताव को क्यों लाया गया?” आगे कहा कि हम यहां (सरकार में) इसलिए हैं कि हमें सवा सौ करोड़ जनता का आशीर्वाद प्राप्त है। ऐसे में देश की जनता पर अविश्वास न करें।

राफेल डील पर की गई आलोचना पर पीएम ने कहा कि देश को गुमराह करने का काम किया गया है और देश इसके लिए कभी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि सदन में दिए गए बयान पर दोनों देशों को स्पष्टीकरण देना पड़ा। पीएम मोदी ने पूछा कि क्या ऐसे ही बचकाना हरकत करते रहेंगे? उनके मुताबिक, राफेल डील दो जिम्मेदार सरकारों के बीच हुई, ऐसे में ऐसी बचकाना हरकत करने से बचें। पीएम मोदी ने कहा कि सेना पर की गई टिप्पणी से जवानों को सदमा लगा होगा। उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक न कहें और देश के लिए मर मिटने के लिए निकले जवानों को अपमानित करने का काम बंद करें।

वह बोले, “चुनाव आयोग, न्यायपालिका, भारतीय रिजर्व बैंक व अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों पर कांग्रेस को यकीन नहीं है। उन्हें किसी चीज पर विश्वास नहीं है। आजकल शिव भक्ति की बातें हो रही हैं। मैं भी शिव की प्रार्थना करता हूं कि आपको इतनी शक्ति दें कि आप 2014 में फिर अविश्वास प्रस्ताव लाएं।”