नई दिल्ली: मद्रास हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस टी.मथिवनन के घर से 100 मुकदमों की फाइलें गायब हो गईं। यह जानकारी मिलते ही जज और कोर्ट सकते हैं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को इस संबंध में मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। बुधवार (18 जुलाई) को जस्टिस जी.जयचरण ने कहा, “सैकड़ों की संख्या में केस के बंडल गायब होना हैरान करने वाली घटना है। जैसे वे कहीं बरमूडा ट्रांयगल (उत्तर पश्चिम अटलांटिक महासागर का वह क्षेत्र जहां पर विमान और पानी के जहाज रहस्यमयी तरीके से गायब हो जाते हैं) में जाकर लापता हो गए हों।”

जानकारों की मानें तो मद्रास हाईकोर्ट के इतिहास में इस तरह की घटना पहली बार देखने को मिली है, जिससे उसे शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ रही है। जज ने आगे कहा, “चार्टर्ड हाईकोर्ट के यहां से उन सैकड़ों फाइलों के गायब होने को लेकर कोर्ट चिंतित है, जो कि कोर्ट का भी रिकॉर्ड है।”

बता दें कि जस्टिस मथिवनन पिछले साल मई में रिटायर हुए हैं। जो फाइलें उनके यहां से लापता हुई हैं, वह उन्हीं मुकदमों की सुनवाई कर रहे थे। जस्टिस जयचरण के मुताबिक, “प्रशासनिक विभाग के लिए दोबारा से उन लापता फाइलों को तैयार करना हल हो सकता है, मगर तथ्य यह है कि वे सभी बंडल रिटायर्ड जज के आवास से लौट कर नहीं आए थे। यह बात कैसे नजरअंदाज की जा सकती है।”

यह मामला एक शख्स की याचिका के बाद सामने आया, जिसमें उसे किसी मामले की लिखित आदेश की कॉपी नहीं मिली थी। आगे यह मामला चीफ जस्टिस इंदिरा बनर्जी के संज्ञान में लाया गया, जिन्होंने दोबारा से उस केस के बंडल को तैयार कराने पर बल दिया।

बुधवार को इस मामले पर जब सुनवाई हुई, तो जज को बताया गया कि ऐसे तो ढेरों मामले थे, जिनमें पूर्व जज ने ओपन कोर्ट में आदेश तो पढ़ के सुनाया, मगर उनकी कॉपियां कहीं नजर नहीं आईं। जांच के बाद पता लगा कि 100 से अधिक मामलों की फाइलें गायब हैं।