विषकंठ बने कुमारस्वामी
बोले –सीएम बनकर ज़हर पी रहा हूँ
नई दिल्ली: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार पर एक बार फिर से दर्द छलका है. मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने एक बार फिर से गठबंधन की सरकार की मजबूरियों को सार्वजनिक मंच से सबके सामने रखा और इस दौरान उनके मजबूरियों के आंसू भी छलके. अभी कर्नाटक में नई सरकार के बने ज्यादा दिन भी नहीं भी हुए हैं कि कुमारस्वामी ने एक बार फिर से स्वीकार किया कि वह इस गठबंधन वाली सरकार से खुश नहीं हैं.
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन वाली सरकार का नेतृत्व कर रहे सीएम कुमारस्वामी ने बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान सरेआम रोते हुए कहा कि आप सब मुझे बधाई देने के लिए बुके के साथ खड़े हैं. आप सभी को लग रहा होगा कि आपका भाई मुख्यमंत्री बन गया है और इससे आप सभी खुश हैं. गमर मैं इससे खुश नहीं हूं. मैं गठबंधन की सरकार के दर्द को जानता हूं. मैं अपना दर्द बिना बांटे हुए पी रहा हूं. जो किसी जहर से ज्यादा कुछ नहीं है. मैं इस हालात से खुश नहीं हूं.
आगे उन्होंने कहा कि मैं नीलकंठ की तरह बन गया हूं, और जो इस सरकार के दर्द को भी निगल लिया है. बता दें कि कुमारस्वामी बेंगलुरु में एक कार्यक्रम में यह बोल रहे थे.
इससे पहले भी कुमारस्वामी ने राज्य में जद (एस) को बहुमत नहीं मिलने का जिक्र करते हुए कहा था, 'मुझे इस बात का भी दुख है कि आवाम ने मुझमें भरोसा नहीं जताया है.' उन्होंने कहा, 'हमलोग पांच साल के लिए स्थायी सरकार देंगे. हम जनता के लिए काम करेंगे. हम यहां अपना व्यक्तिगत हित साधने नहीं आए हैं. कुमारस्वामी ने कहा कि न तो वह और न ही देवेगौड़ा परिवार कभी सत्ता के लिए लालायित रहा है. उन्होंने कहा कि उनलोगों का अधिकतर राजनीतिक जीवन विपक्ष में ही व्यतीत हुआ है.
बता दें कि बीते दिनों पूर्ण बजट पेश करते हुए सीएम कुमारस्वामी ने राज्य में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार का पहला बजट पेश करते हुए करीब 34 हजार करोड़ रुपये का किसानों का कर्ज माफ कर दिया. जिसके तहत हर किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ किए जाएंगे.