रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा में सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन 34 कांग्रेस एमएलए निलंबित हो गए। मानसून सत्र के शून्यकाल में सीडी कांड का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी की और अध्यक्ष के आसन के सामने पहुंच गए। जिसके बाद 34 कांग्रेस विधायकों को निलंबित हो गए।

विधानसभा में शून्यकाल में वरिष्ठ कांग्रेस सदस्य भूपेश बघेल ने सीडी कांड में रिंकू खनूजा की मौत का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले में काम रोककर चर्चा होनी चाहिए। रिंकू खनूजा की पत्नी ने भी मामले की जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि रिंकू खनूजा से सीबीआई कथित सेक्स सीडी मामले में पूछताछ कर रही थी। पूछताछ के दूसरे दिन रिंकू अपनी दुकान में मृत अवस्था में मिला। कथित तौर पर कहा गया कि रिंकू ने डर के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने रिंकू की मौत पर सवाल उठाते हुए इसे हत्या बताया है। हालांकि, पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।

उन्होंने कहा कि मृतक की पत्नी ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है कि ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। इस आत्महत्या मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस की भूमिका बेहद संदिग्ध है। कांग्रेस सदस्य कवासी लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आम आदमी सुरक्षित नहीं है।