लखनऊ: रुपए 2,00,000 करोड़ से ज्यादा की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करने वाले भारत के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई म्युचुअल फ़ंड 'निवेश के नुस्खे' अभियान के माध्यम से खुदरा निवेशकों में जागरूकता उत्पन्न कर रहा है। यह परिसंपत्ति वर्ग की पहचान करते हुए और निवेश राशि निर्धारित करते हुए एक निश्चित लक्ष्य के साथ सावधानीपूर्वक निवेश करने के बारे में खुदरा निवेशकों को शिक्षित करने के लिए एसबीआई एमएफ़ द्वारा की जा रही वित्तीय जागरूकता है।

इस अभियान को वित्तीय लक्ष्यों, दीर्घकालीन समृद्धि उत्पन्न करने में चक्रवृद्धि की शक्ति और कई ऐसे समाधान जिन्हें वित्तीय योजना बनाने के लिए म्यूचुअल फंड में प्रदान किया जा सकता है, के आधार पर निवेश के महत्त्व को समझने में लोगों की समझ विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

कार्यकारी निदेशक एवं सीएमओ श्री डी०पी० सिंह ने कहा: "निवेश के नुस्खे से हमारा लक्ष्य निवेशकों को म्युचुअल फंड के बारे में सामान्य तरीके से शिक्षित करना तथा दीर्घकालीन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए व्यवस्थित और नियोजित तरीके से निवेश के प्रति सही दृष्टिकोण बताना है।"

वर्तमान श्रृंखला में हमारा उद्देश्य समाधान आधारित निवेश पर जागरूकता फैलाना है जो हमें उत्पाद केंद्रित निवेश से दूर ले जाता है।

जब निवेश समाधान आधारित दृष्टिकोण पर आधारित होता है तो निवेशक अपने लक्ष्य (लघुकालीन लक्ष्य या मध्यम लक्ष्य या दीर्घकालीन लक्ष्य),जोखिम उठाने का माद्दा और समय परिधि के आधार पर अपने निवेश की योजना बना सकता है। इसके आधार पर, व्यक्ति कई परिसंपत्ति वर्ग जैसे फंड, इक्विटी उन्मुख हाइब्रिड, ऋण उन्मुख हाइब्रिड फंड आदि चुन सकता है। समाधान जैसे व्यवस्थित निकासी योजना (SWP), व्यवस्थित निवेश योजना (SIP), व्यवस्थित स्थानांतरण योजना (STP) आदि समाधान के प्रयोग से निवेश ज्यादा सक्षम हो जाता है और इससे निवेशक को अपने लक्ष्य को बेहतर ढंग से हासिल करने में मदद मिलती है।

व्यवसायी, सेवानिवृत्त व्यक्ति, वेतनभोगी पेशेवर लोग जैसे डॉक्टर, वकील, महिला और सशस्त्र बल में शामिल व्यक्ति एक स्वस्थ निवेश पोर्टफोलियो बनाने के लिए इस दृष्टिकोण का प्रयोग कर सकते हैं।

एसबीआई एमएफ़ आपके लिए कई वृद्धिशील योजनाएँ पेश कर रहा है जिन्हें खुदरा निवेशकों को अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है। एसबीआई म्युचुअल फंड 31 मार्च, 2018 तक रुपए 2,17.649 करोड़ (जिसमें फंड का घरेलू फंड शामिल नहीं है) के एएयूएम का प्रबंधन कर रहा है।