मोदी-योगी सरकार की वादाखिलाफी का जवाब अब जनता 2019 के चुनाव में देगी : माले
लखनऊ। केंद्र की चार माह पुरानी नरेंद्र मोदी सरकार देशवासियो से किये वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हुई है। यही हाल एक साल से ज्यादा समय बिता चुकी योगी सरकार का भी है। दोनों ही सरकारों ने जनता से छल किया है। भाजपा 2019 का चुनाव आतंकवाद और साम्प्रदायिक, जातीय व राम मंदिर जैसे भावनात्मक मुद्दों को भड़का कर लड़ना चाहती है। लेकिन जनता मोदी-योगी सरकार के अपने अनुभवों से सीखते हुए भाजपा के मनसूबों को कामयाब नहीं होने देगी और उसकी वादाखिलाफी का जवाब 2019 के आम चुनाव में देगी।
यह बात भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के पोलित ब्यूरो सदस्य रामजी राय ने आज यहां अमीनाबाद के गंगा प्रसाद मेमोरियल हॉल में पार्टी राज्य इकाई द्वारा आयोजित 'जवाब दो' जन कन्वेंशन को मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए कही। पार्टी द्वारा चलाये जा रहे मोदी–योगी जवाब दो अभियान के तहत प्रदेश में यह तीसरा आयोजन था। इसके पहले, 20 जून को वाराणसी में जवाब दो पूर्वांचल रैली और 22 जून को गोरखपुर में जवाब दो मंडलीय धरना का आयोजन किया गया।
रामजी राय ने कहा कि मोदी सरकार में संघ (आरएसएस) समानांतर सरकार चला रही है। संघ भाजपा की आत्मा है। हिटलर की तरह इसे कम्युनिस्ट ही दफन कर सकते हैं। फासीवाद के खिलाफ लड़ाई में जीत जनता की होगी। पिछले चार वर्षों में अमीरों और कारपोरेट की पूंजी में भारी बढ़ोतरी हुई है। आज कमानेवाला भूखों मर रहा और लूटने वाले राज कर रहे हैं। मोदी ने खुद को अमीरों का नेता साबित किया है। मोदी सरकार ने नोटबंदी की आड़ में झूठ बोला। उसने आर्थिक, विदेश व घरेलू सभी मोर्चे पर देश को एक खतरनाक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है। भाजपा का नया भारत लोकतंत्र के विनाश की कीमत पर बनेगा।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि अच्छे दिनों का वादा करने वाली मोदी सरकार में भुखमरी, महंगाई व बेरोजगारी मिली है। वर्ष में दो करोड़ रोजगार देने के वादे की जगह बढ़ती बेरोजगारी मिली। काला धन तो आया नहीं, उल्टे बैंकों में जमा देश का धन माल्या, नीरव मोदी जैसे घोटालेबाज लोग उड़ाकर विदेश भाग गए। किसानों की आय दुगुनी नहीं हुई। योगी सरकार का बहुप्रचारित किसान कर्जमाफी धोखा साबित हुआ और किसान आत्महत्याएं जारी हैं। उसी तरह, गुंडाराज से छुटकारे के वादे की जगह दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर दमन उत्पीड़न की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। भ्रष्टाचार कम होने के बजाय बढ़ा है। एनकाउंटर में निर्दोष मारे जा रहे हैं। गरीबों को उनकी पुश्तैनी जमीन से बेदखली की जा रही है।
केंद्रीय कमेटी सदस्य कृष्णा अधिकारी ने कहा कि बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा लगाने वाली भाजपा कठुआ से लेकर उन्नाव तक की सामूहिक बलात्कार की घटनाओं में बलात्कारियों को बचाने के लिए तिरंगा लेकर सड़क पर उतरी। यह शर्मनाक है।
अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि भयानक कृषि संकट के दौर में किसान अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं। भाजपा की उल्टी गिनती धुर हो गयी है।
कन्वेंशन को आइसा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य, ऐपवा की आरती राय, मीना, माले नेता अफरोज आलम, अर्जुन लाल, विजय कुमार, रामप्रवेश, विजय विद्रोही, अतीक अहमद, कमलेश राय, रामनरेश, रामभरोस व कौशल किशोर ने संबोधित किया। संचालन लखनऊ प्रभारी रमेश सिंह सेंगर और अध्यक्षता वरिष्ठ नेता विद्या रजवार ने की।
कन्वेशन से 2019 में भाजपा को करारी शिकस्त देने की जनता से अपील की गई। साथ ही, पार्टी कतारों का आह्वान किया गया कि गरीबों के राशन, पक्का मकान, शौचालय, खेती की जमीन, रोजगार, मजदूरी व आजीविका के साधन जैसे बुनियादी अधिकार, शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं के जन अधिकार, दलितों, आदिवासियों व अल्पसंख्यंकों पर हमले, महिलाओं की आजादी व सुरक्षा जैसे प्रश्नों पर ब्लॉक स्तर पर आंदोलन तेज करें।
अंत में पारित प्रस्तावों में मुख्य रूप से भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर रावण की रिहाई, काले कानून रासुका का खात्मा, योगी सरकार में हुए एनकाउंटरों की जांच, नागरिकता संशोधन विधयेक 2016 को रद्द करने आदि मांगें शामिल की गयीं।