ICC ने श्रीलंकाई कप्तान चांडीमल को गेंद से छेड़छाड़ का दोषी माना
सेंट लूसिया: श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान दिनेश चांडीमल पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है. वेबसाइट 'ईएसपीएन डॉट कॉम' की रिपोर्ट के अनुसार, चांडीमल को वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन गेंद से छेड़छाड़ का दोषी पाया गया है. आईसीसी ने रविवार (17 जून) को अपने टि्वटर अकाउंट पर जारी पोस्ट के जरिए इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "श्रीलंका के कप्तान चांडीमल को आईसीसी की आचार संहिता 2.2.9 स्तर के उल्लंघन का दोषी पाया गया है."
आईसीसी ने अपने ट्वीट में कहा कि इस मामले में आगे की जानकारी भी दी जाएगी. इस मुद्दे के ही कारण श्रीलंका ने तीसरे दिन के खेल की शुरुआत देरी से की थी. हालांकि, टीम ने इस मामले से साफ इनकार किया है. बता दें कि तीसरे दिन अंपायरों ने श्रीलंका के खिलाड़ियों को गेंद को खराब तरीके से चमकाने के कारण पांच रन पेनल्टी और गेंद बदलने का फैसला लिया था.
बता दें कि आईसीसी की आचार संहिता 2.2.9 स्तर के उल्लंघन गेंद की स्थिति को बदलने से संबंधित है. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कैमरुन बैनक्रॉफ्ट को भी इसी का दोषी पाया गया था, जब उन्होंने मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गेंद पर सैंडपेपर का टुकड़ा रगड़ा था. गेंद पर सैंडपेपर के टुकड़े को रगड़ते हुए बैनक्रॉफ्ट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. गेंद से छेड़छाड़ मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कैमरुन बैनक्रॉफ्ट को 9 महीने के लिए और स्टीव स्मिथ व डेविड वॉर्नर को एक साल के लिए बैन कर दिया है.
बता दें कि श्रीलंका ने ‘गेंद से छेड़छाड़’ से जुड़े विवाद के बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में ‘‘विरोध के साथ’’ खेलना जारी रखा था. अंपायर अलीम डार और इयान गाउल्ड उस गेंद की हालत से संतुष्ट नहीं थे जिसका उपयोग दूसरे दिन के खेल के आखिर में किया गया था. श्रीलंकाई टीम से कहा गया कि वे उसी गेंद से खेल आगे शुरू नहीं कर सकते. गेंद बदलने की मांग से नाराज श्रीलंका ने कप्तान दिनेश चांडीमल की अगुवाई में खेल के तीसरे दिन कल मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया था, लेकिन आखिर में निर्धारित समय से दो घंटे बाद खेल शुरू हो गया था.
श्रीलंका पर पांच रन का जुर्माना लगा और वेस्टइंडीज के स्कोर में पांच पेनल्टी रन जोड़ दिए गए थे. श्रीलंका ने अगर ‘गेंद से छेड़छाड़’ की है तो यह काफी मामूली सजा है. मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ, श्रीलंकाई कोच चंडिका हथुरासिंघे और टीम मैनेजर असांका गुरूसिंघा के बीच बातचीत हुई थी. एक समय दिन के खेल और यहां तक कि पूरे मैच को लेकर आशंका बन गई थी. बातचीत के बाद हालांकि श्रीलंकाई गेंद बदलने और आगे खेलने के लिए तैयार हो गए. श्रीलंका क्रिकेट ने बयान जारी कर टीम के खिलाड़ियों का पूरा समर्थन किया.
श्रीलंका क्रिकेट ने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन ने हमें बताया कि श्रीलंका के खिलाड़ी किसी भी गलत काम में शामिल नहीं हैं.’’ बोर्ड ने खिलाड़ियों से बातचीत के बाद उन्हें मैदान में उतरने के लिए मना लिया था. बयान में कहा गया, ‘‘ श्रीलंका क्रिकेट ने खिलाड़ियों को मैदान में उतरने की सलाह दी है ताकि मैच जारी रहे और खेल की भावना को कायम रखने के लिए टीम द्वारा 'विरोध के तहत' खेल जारी रखने के निर्णय की सराहना करते हैं.’’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा कि उनके पास कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है. आईसीसी ने ट्वीट किया था, ‘‘अगर किसी आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है तो मैच के खत्म होने के बाद नियमों के मुताबिक कार्रवाई होगी.’’