नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्‍ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। 11 जून की दोपहर को ‘रूटीन चेकअप’ के लिए लाए गए वाजपेयी को रात में यहीं निगरानी में रखा जाएगा। वाजपेयी के भर्ती कराए जाने के बाद एम्स में विशिष्ट व्यक्तियों का दौरा शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्‍ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने यहां पहुंचकर वाजपेयी की तबीयत का हाल लिया। प्रधानमंत्री करीब 50 मिनट तक एम्‍स में रहे। उन्‍होंने वाजपेयी के परिवार से बात की और डॉक्‍टरों से पूर्व पीएम की त‍बीयत की जानकारी ली।

भाजपा और अस्पताल द्वारा जारी बयान के मुताबिक, चिकित्सकों की सलाह के मद्देनजर वाजपेयी को नियमित जांच और परीक्षण के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। एम्स ने अपने बयान में कहा कि वरिष्ठ नेता की हालत ठीक है और जांच चल रही है। एम्स ने एक बयान में कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सोमवार को जांच के लिए एम्स में भर्ती किया गया है। उनकी हालत स्थिर है। एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की देखरेख में चिकित्सकों का एक दल उनके टेस्ट कर रहा है।” गुलेरिया पल्‍मोनोलॉजिस्ट हैं और कई सालों से वाजपेयी के निजी चिकित्सक रहे हैं।

राहुल गांधी वाजपेयी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने सबसे पहले पहुंचे। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा पहुंचे। इसके बाद अमित शाह वाजपेयी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने पहुंचे। शाम को करीब 7.30 बजे मोदी अस्पताल पहुंचे।

वाजपेयी भारतीय जनसंघ के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक हैं। 1980 में वाजपेयी ने जनसंघ को भारतीय जनता पार्टी के रूप में नए सिरे से खड़ा किया। वाजपेयी और आडवाणी की जोड़ी को भाजपा को राष्‍ट्रीय पटल तक लाने और सफलतापूर्वक केंद्र में सरकार बनाने के लिए याद किया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री को 2015 में भारत के सर्वोच्‍च नागरिक पुरस्‍कार, भारत रत्‍न से सम्‍मानित किया गया था। इसके अलावा उन्‍हें पद्म विभूषण भी मिल चुका है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी.नड्डा ने भी कहा कि वाजपेयी को नियमित परीक्षण के लिए भर्ती कराया गया है। नड्डा ने अपने मंत्रालय के चार साल की उपलब्धियों पर एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। भाजपा के वरिष्ठ नेता वाजपेयी 1996 में कुछ दिनों के लिए और उसके बाद 1998 से 2004 तक प्रधानमंत्री रह चुके हैं