स्वच्छ भारत मिशन में ग्राम प्रधानों की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है: योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को भेदभाव रहित एवं पारदर्शी तरीके से मुहैया कराए जाने में ग्राम प्रधानों को सक्रिय भूमिका का निर्वहन किए जाने पर जोर देते हुए कहा है कि वे अपनी ग्राम सभाओं को आदर्श गांव बनाएं। ग्रामीण जनता और जनप्रतिनिधिगण यदि जागरूक हो जाएं, तो गांव की तस्वीर बदलने में समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण जनता की शिकायत एवं समस्याओं का समाधान गांव स्तर पर ही किया जाए। इसके लिए ग्राम प्रधानों द्वारा गांव में प्रत्येक महीने के एक दिन ग्राम समाधान दिवस आयोजित किया जाए। इससे ग्रामवासियों की समस्याएं गांव स्तर पर ही निस्तारित हो सकंेगी और उन्हें बेवजह तहसील एवं जिला मुख्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
मुख्यमंत्री आज अपने वाराणसी दौरे के दूसरे एवं अन्तिम दिन बड़ालालपुर स्थित पं0 दीनदयाल हस्तकला संकुल में ग्राम स्वराज अभियान एवं स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित ‘ग्राम प्रधान संवाद’ कार्यक्रम में 760 ग्राम प्रधानों एवं पंचायत सदस्यों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के 60 वर्षों से कहीं अधिक जनकल्याणकारी योजनाएं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के 4 वर्ष के कार्यकाल में चलायी गयी हैं।
मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों से अपील करते हुए कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता है। यदि जनप्रतिनिधि की छवि विकासपरक नहीं होगी, तो धीरे-धीरे उसकी लोकप्रियता समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान शासन द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाआंे का लाभ पात्र लोगों को मुहैया कराने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। जब तक गांव की सरकार जागरूक नहीं होगी, तब तक शासन की इन योजनाओं को पूरी तरह सफलता नहीं मिलेगी। उन्होंने जनपद सिद्धार्थनगर के हसुड़ी औसानपुर का उदाहरण देते हुए बताया कि जब सिद्धार्थनगर का हसुड़ी औसानपुर स्मार्ट गांव हो सकता है, तो वाराणसी की ग्राम सभाएं क्यों नहीं।
मुख्यमंत्री ने ग्राम सभाओं में पेयजल आपूर्ति की समस्या को हर स्तर पर समाप्त किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि ग्राम सभाओं में लगे हैण्डपम्पों की मरम्मत एवं रिबोर कराए जाने का अधिकार ग्राम प्रधानों को मुहैया कराया गया है। ऐसी स्थिति में गांव का कोई भी हैण्डपम्प बंद नहीं रहना चाहिए। उन्होंने ग्राम सभाओं में पब्लिक एड्रेस सिस्टम एवं सी0सी0टी0वी0 कैमरा लगवाए जाने हेतु भी ग्राम प्रधानों से अपील की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें आर्थिक रूप से बहुत सशक्त हैं। ग्राम प्रधानों की सक्रियता से गांवों की तस्वीर बदल सकती है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्वच्छ भारत मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि इस अभियान में ग्राम प्रधानों की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने गांवों में स्वच्छता कार्यक्रम को प्रभावी रूप से लागू करने तथा अपने-अपने ग्राम सभाओं को खुले में शौचमुक्त किए जाने हेतु भी ग्राम प्रधानों से अपील की।
मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 04 साल की अवधि में 1545 करोड़ रुपए की विकास योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं और 11,400 करोड़ रुपए की विकास योजनाएं इस वर्ष के अन्त तक पूरी हो जाएंगी। उन्होंने शनिवार को अपने काशीवास के दौरान की 84 कोसी पंचक्रोसी परिक्रमा की चर्चा करते हुए कहा कि पुरुषोत्तम मास में इसका बहुत महत्व है। उन्होंने श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मुहैया कराए जाने हेतु पूरे परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि पूरे पंचक्रोसी परिक्रमा मार्ग के चैड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य सरकार ने अपने हाथ में लिया है और इसके लिए 101 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। इससे परिक्रमा के पांचों पड़ावों के विकास सहित बुनियादी सुविधाएं बढ़ायी जाएंगी।
कार्यक्रम के दौरान कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल तथा जिलाधिकारी श्री योगेश्वर राम मिश्र ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं विकास कार्यक्रमों को शासन की मंशा के अनुरूप पारदर्शिता सहित निर्धारित समय सीमा में पूरा कराए जाने का भरोसा दिया।