हर जाति के व्यक्ति को मिले मुख्यमंत्री बनने का मौक़ा: ओम प्रकाश राजभर
लखनऊ: अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सूबे के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने जातिवाद को लेकर गुरुवार को एक और बयान दिया है. केशव प्रसाद मौर्य की बजाय योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने के अपने बयान पर ओम प्रकाश राजभर ने इलाहाबाद में कहा कि देश में जाति आधारित राजनीति एक जमीनी हकीकत है और इससे किसी भी तरह से इंकार नहीं किया जा सकता है. राजभर ने कहा कि हर जाति के व्यक्ति को सत्ता में आने और मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलना चाहिए.
ओम प्रकाश राजभर से जब पूछा गया कि क्या वह योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं देखना चाहते हैं. इस पर राजभर ने कहा कि देखिए हम सभी को देखना चाहते हैं. जब 6 माह के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती मुख्यमंत्री बन सकती हैं, तब छह-छह महीने के लिए सभी जातियों के नेताओं को मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो क्या बुरा है? हंसते हुए राजभर बोले, ऐसे पांच साल में 10 लोग मुख्यमंत्री बन जाएंगे. मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि हमारी पार्टी का सिद्धान्त है कि जब हमारी पार्टी की सरकार बनेगी तो छह-छह माह में एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलेगा.
जातिवाद के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि प्रदेश में जातिवाद को नकारा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा कि तहसीलों में तहसीदार मुहर लगाकर जाति प्रमाण पत्र जारी करता है. सरकारी नौकरियों में भी पूछा जाता है कि आप किस जाति के हो. तो जातिवाद को कैसे नकारा जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में सभी राजनीतिक दल टिकट बांटते हैं तो जाति पूछकर दिया जाता है. मंत्री भी जाति के कोटे के आधार पर बनाये जाते हैं. उन्होंने एक बार फिर कहा कि प्रदेश बीजेपी का चुनाव केशव प्रसाद मौर्या को आगे कर लड़ा गया था, जिससे उनकी कम्युनिटी के लोगों के उनके नाम पर भाजपा को वोट भी किया. लेकिन उन्हें उपमुख्यमंत्री का पद देकर सरकार को संतुलित करने की कोशिश भर की गई है.