सपा व भाजपा के खिलाफ आरक्षण समर्थकों का फूटा गुस्सा
लखनऊ: आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति,उ0प्र0 के तत्वाधान में आज जनपद हरदोई ब्लाक अहिरोरी में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में आरक्षण समर्थकों की विशाल मोटर साइकिल रैली से पूरा हरदोई आरक्षणमय हो गया। विशाल मोटर साइकिल रैली सुबह 10 बजे बघौली चैराहे से प्रताप नगर चैराहा, बांधा पुलिया, अहिरोरी होते हुए लगभग 35 किलोमीटर चलकर अहिरी पहुंचा। रास्ते भर आरक्षण समर्थक जिन्दाबाद, आरक्षण समर्थक सरकार बनाओ का नारा गूंजता रहा। अंततः हजारों की संख्या में मोटर साइकिल रैली अहिरी पहुंचकर विशाल महासम्मेलन में तब्दील हो गयी, जहां पर आरक्षण समर्थक कार्मिकों ने जमकर सपा व भाजपा के गुपचुप आरक्षण विरोधी गठजोड़ का भण्डाफोड़ किया और केन्द्र की मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द लोकसभा में लम्बित 117वां पदोन्नति बिल पास न हुआ तो पूरे देश से आरक्षण समर्थक भाजपा का सफाया बिहार चुनाव जैसा कर देंगे। महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक इं0 के0बी0 राम विशिष्ट अतिथि के रूप में संघर्ष समिति संयोजकों डा0 रामशब्द जैसवारा, आर0पी0 केन, अनिल कुमार, श्याम लाल, रीना रजक, अजय कुमार उपस्थित रहे। सम्मेलन में कानपुर से चलकर आयी संघर्ष की मिसाल सुश्री साक्षी विद्यार्थी ने भी भाग लिया और आरक्षण समर्थकों का हौसला अफजायी करते हुए उनके हर संघर्ष में साथ रहने की घोषणा की। सुबह 8 बजे लखनऊ से सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ संयोजक मण्डल हरदोई पहुंचा।
विशाल आरक्षण महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा, के0बी0 राम, डा0 रामशब्द जैसवारा, आर0पी0 केन, अनिल कुमार, महेन्द्र सिंह, अजय कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, रीना रजक, अखिलेश चन्द्र गौतम, राजकुमार कपिल कृपा शंकर, बनी सिंह, जितेन्द्र कुमार, लेखराम, दिनेश कुमार, अशोक सोनकर, सुशील कुमार, चमन लाल भारती, रामेन्द्र कुमार राजेश कुमार, राजेश पासवान, अंजली गौतम, प्रभू शंकर राव, श्रीनिवास राव, मंजू बाला वर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से सपा व भाजपा के लोग मिलकर आरक्षण पर कुठाराघात कर रहे हैं, अब समय आ गया है कि उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाये। जब तक उ0प्र0 में आरक्षण समर्थक सरकार नहीं बन जाती तब तक हम चुप बैठने वाले नहीं हैं। केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा पूरे देश में बाबा साहब के नाम पर दलित समाज को गुमराह किया जा रहा है और वहीं दूसरी ओर बाबा साहब द्वारा दी गयी संवैधानिक व्यवस्था आरक्षण रूपी पदोन्नति बिल जो लोकसभा में लम्बित है, उस पर मोदी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है, जिस कारण देश के सभी राज्यों में करोड़ों दलित कार्मिकों का उत्पीड़न हो रहा है। जिस प्रकार से उ0प्र0 में मा0 सुप्रीम कोर्ट आदेश की आड़ में दलित कार्मिकों को रिवर्ट किया गया, उसमें पूरी तरह सपा व भाजपा की आपसी मिलीभगत थी। जब तक इन दोनों सरकारों को मिशन 2017 व मिशन 2019 के तहत रिवर्ट नहीं करा देंगे तब तक चुप नहीं बैठेंगे।