अन्तर राज्यीय पर्यावरण सम्मेलन में प्रतिभाओं को मिला यूपी गौरव सम्मान
लखनऊ: प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट की ओर से अन्तर राज्यीय पर्यावरण सम्मेलन 2018 सोमवार 4 जून को संगीत नाटक अकादमी के संत गाडगे ऑडिटोरियम में हुआ। इस अवसर पर यूपी रत्न सहित विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मान दिये गये। सभी अतिथियों का स्वागत तुलसी और नीम का पौधा देकर किया गया। इस अवसर पर पर्यावरण को समर्पित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।
यूपी गौरव सम्मान कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चन्द्र यादव, उद्यान विभाग के निदेशक राघवेन्द्र सिंह, फिल्म बंधु उत्तर प्रदेश के संयुक्त सचिव दिनेश सहगल, भजन गायक कान्ति लाल शाह, संगीत शिक्षक किशन लाल शाह, पूर्व आईएएस एनके सिंह चौहान को दिया गया। यूपी रत्न सम्मान गिरीश चन्द्र, मिलिन्द, रूबी सिंह, मधुलिका शर्मा को दिया गया। बाल प्रतिभा सम्मान शिवांगी भारद्वाज, अनन्या, भाव्या, अवशी भारद्वाज, जमया को दिया गया। यूपी पोध रोपण सम्मान भव्या सेठ और आरव शुक्ला को दिया गया।
इस अवसर पर मधु माही सिंह की कोरियाग्राफी में फैशन शो हुआ। इसकी शुरुआत ब्लैक एंड व्हाई से हुई। इसके माध्यम संदेश दिया गया कि अगर जीवन में प्रकृति ही नहीं होगी तो जीवन ही नहीं बचेगा।
गौरी, परी, तनिशा, सोनल, मान्या, पीहुल ने पर्यावारण के प्रति जागरुक करती नृत्य प्रस्तुति न काटो मुझे दुखता है पेश की। यह प्रस्तुति खासी प्रेरक रही। एबीसीडी अकादमी के हेमंत, विशाल, हर्ष, कृष्णा, राहुल ने सारे जहां से अच्छा रचना के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। शाम्भवी, ज्योति, सुभाषिनी, ऋतिक ने जल, हवा, पानी, गौरैया संरक्षण का संदेश दिया। दर्शकों ने तालियां बजाकर इस प्रस्तुति की प्रंशास की। चन्द्रमणि संस्था की ज्योति, ऋतिक, सौरभ, नीतू, संजय, अमन ने जल आज और कल नाटक पेश किया। इस क्रम में खली बली ग्रुप के दीपक, तन्मय, सुजाता अजीत, कौशल, प्रज्ञा, यश की प्रस्तुति ने माता पिता का सम्मान करने का संदेश दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्रम में रूबी सिंह ने मोहे रंग दो लाल गाने पर सुंदर डांस किया। मधुलिका, पिंकी, खुशी, गीतांजलि, शाम्भवी, संध्या ने लोकप्रिय कजरी कैसे खेलन जइयो पर बेहतरीन तालमेल का प्रदर्शन कर लोगों की प्रशंसा हासिल की। इसी दल ने राजस्थान का मशहूर लोक नृत्य कालबेलिया भी पेश किया। श्रीश राजवंशी ने कथक के माध्यम से शिव वंदना, शिव भोले की प्रभावी प्रस्तुति दी। सुप्रिया, मधुलिका, भानुख, प्रिंस ने पंजाबी लोक नृत्य पेश किया।