दिव्यांगों को शिक्षा प्रदान करना एक चुनौती है: राज्यपाल
डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का दीक्षान्त समारोह सम्पन्न
लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के द्वितीय दीक्षान्त समारोह के अवसर पर 67 पदक वितरित किये, जिसमें 44 पदक छात्राओं को तथा 23 पदक छात्रों को मिले। 7 दिव्यांग विद्यार्थियों को 9 पदक प्रदान किये गये जिनमें 3 छात्राएं एवं 4 दिव्यांग छात्र थे। दीक्षान्त समारोह में 241 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गयी। विद्यार्थियों को कुलाध्यक्ष पदक, मुख्यमंत्री पदक, मुलायम सिंह यादव स्वर्ण पदक, आलोक तोमर स्मृति स्वर्ण पदक, डॉ0 शकुन्तला मिश्रा स्मृति स्वर्ण पदक, अमित मित्तल स्मृति स्वर्ण पदक तथा रोहित मित्तल स्मृति स्वर्ण पदक सहित अन्य पदक भी वितरित किये गये। दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर उच्चतम न्यायायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांगजन विकास विभाग के मंत्री श्री साहिब सिंह सैनी सहित अनेक विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं विद्वतजन उपस्थित थे।
राज्यपाल ने दीक्षान्त समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विद्यार्थी के जीवन में दीक्षान्त समारोह का विशेष महत्व होता है। कठिन परिश्रम के बाद उपाधि व पदक प्राप्त होते हैं। सामान्य छात्रों को शिक्षित करना आसान है मगर जो किसी रूप से अक्षम या दिव्यांग हैं उन्हें शिक्षा प्रदान करना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय दिव्यांग छात्रों को शिक्षा देने वाला प्रदेश का अकेला विश्वविद्यालय है।
श्री नाईक ने कहा कि उपाधि प्राप्त करने वाले अपनी योग्यता से समाज को आगे बढ़ाने का संकल्प करें। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगों के लिए चलायी जा रही योजनाओं का लाभ पहुँचाने में सरकार के साथ-साथ नागरिकगण भी अपनी भूमिका निभायें। उन्होंने कहा कि इच्छाशक्ति के आधार पर हर असंभव को संभव बनाया जा सकता है।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा ने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षा चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नयी पीढ़ी को मार्गदर्शन देने का काम विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि भावी चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी योग्यता का प्रयोग करें। मुख्य अतिथि ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी।
मंत्री साहिब सिंह सैनी ने कहा कि शिक्षा किसी भी देश और समाज की तरक्की का प्रभावी जरिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा को मजबूत करने तथा विकलांगजनों को शिक्षा की पहुंच के बेहतर मौके देकर उनके शैक्षिक समावेशन की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कृत संकल्प है।
कुलपति डॉ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय डॉ0 निशीथ राय ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या भी प्रस्तुत की।