कैराना और नूरपुर उपचुनाव में भाजपा ने चुनाव आयोग को बनाया अपना एजेंट: राकापा
लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि फूलपुर और गोरखपुर के बाद कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा में हार सुनिश्चित देखकर भाजपा ने भय और आतंक का सहारा लेकर निष्पक्ष चुनाव नही होने दिया । डॉ. रमेश दीक्षित ने जारी बयान में कहा कि उपचुनावों अपनी हार बदहवासी में वोटर्स पर लाठीचार्ज करवा कर उनको वोट देने से रोकने का काम कर रही है ।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा है कि भाजपा द्वारा अल्पसंख्यक और दलित मतदातायों को वोट देने से रोकने के लिए भय,आंतक और हिंसा का सहारा लिया । कई बूथ पर लाठीचार्ज से नाराज मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया है , वहीं दूसरी तरफ ईवीएम में खराबी की वजह से मतदाता बिना मतदान किये लौट गए है भाजपा अच्छे से जानती है मुस्लिम रोजदार कड़ाके की धूप में ज्यादा इंतजार ना कर बिना मतदान किये लौट जाएंगे । गोरखपुर, फूलपुर हार से बौखलाई सत्तारूढ़ पार्टी अपनी साजिश में सफल रही है , पूरा जिला प्रशासन भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य करता नज़र आ रहा है ।
उन्होंने जारी बयान में कहा कि कई गावँ में फायरिंग की गई जिससे भय के चलते अल्पसंख्यक वोट देने न जाये । तमाम अल्पसंख्यक और दलित इलाकों से भाजपा द्वारा वोटर्स को मत डालने जाने से रोका और इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस और जिला प्रशासन मूकदर्शक बना रहा ।
राकापा अध्यक्ष ने मांग कि चुनाव आयोग को हर संभव तरीके से राज्य के उपचुनाव में “फ्री एंड फेयर “ इलेक्शन सुनिश्चित कराना चाहिए। चुनाव आयोग जैसे स्वायक्त संस्थानों को सत्ता पक्ष के दबाब में काम नहीं करना चाहिए । उन्होंने आगे कहा कि जिन इलाको में ईवीएम खराब रही हो , वहां चुनाव आयोग दोबारा चुनाव कराए । श्री दीक्षित ने इस पूरी प्रक्रिया पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना चुनाव आयोग की ज़िम्मेदारी थी जिसको पूरी करने में वो नाकाम रहा और रमजान के मौके पर भूखे प्यासे रहकर भी लोग वोट डालने से वंचित रह गए ।
राकापा प्रदेश अध्यक्ष रमेश दीक्षित ने पेपर बैलेट वोटिंग की माँग को एक बार फिर दोहराया हैं और कहा जिस मशीन पर इतनी आलोचना हो रही है उसको हटाना लोकतंत्र के लिए सार्थक होगा