बेंगलुरु: कर्नाटक में जारी सियासी ड्रामे के बीच ईगलटोन रिजॉर्ट के बाहर से सुरक्षा व्यवस्था हटा ली गई है. सुरक्षा व्यवस्था हटाए पर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है. कोलार से सात बार के सांसद व पूर्व मंत्री केएच मुनियप्‍पा ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह ठीक नहीं है. कांग्रेस विधायकों को इसी ईगलटन रिजॉर्ट में ठहराया गया है. यह वही रिजॉर्ट है जहां 2017 में गुजरात के राज्‍यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के विधायकों को रखा गया था. उस समय भी एमएलए की खरीद-फरोख्‍त के आरोप लगे थे. कांग्रेस के संकटमोचक बने डीके शिवकुमार इस बार फिर उसी भूमिका में हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने उन्‍हें एमएलए की हॉर्स ट्रेडिंग रोकने की जिम्‍मेदारी सौंपी है.

केएच मुनियप्‍पा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यह सिस्टम नहीं है. चाहे जिसकी भी सरकार हो, उनका कर्तव्य चुने हुए प्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान करना है."

जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सुरक्षा हटाए जाने के मुद्दे पर कहा, "यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने विधायकों को सुरक्षा मुहैया कराएं. मुझे येदियुरप्पा जिस तरह से व्यवहार कर रहे हैं, उस पर हैरानी हो रही है. शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने 4 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं. बीजेपी की यह कोशिश हास्यास्पद है. हमारे सभी 38 विधायक हमारे साथ हैं."

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का कहना है, "कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. कल तक इंतजार करिए, हमें लगता है कि फैसला हमारे पक्ष में आएगा. पूरे देश में पहले से ही उथल-पुथल जारी है. बिहार, गोवा, मणिपुर और अन्य राज्यों में, जहां बड़ी पार्टियां हैं, वे अब इसी फॉर्मूले से सरकार गठन के लिए तैयार हैं."