लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में महिला यौन-उत्पीडन मामलों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार विशाखा समिति बनाने और आयोग की सभी कार्यवाहियों की शत-प्रतिशत वीडियो रिकॉर्डिंग कराने,इन रिकॉर्डिंग्स को आईटी एक्ट में प्राविधानित समय तक संरक्षित रखकर किसी भी पक्ष द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध कराने की मांगों को पूरा कराने के लिए सूचना आयुक्तों का पुतला फूँक चुके आरटीआई कार्यकर्ता अपनी मांगों पर कोई कार्यवाही न होने से आक्रोशित हैं और उन्होंने कल से सूचना आयोग में ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन का शुभारम्भ करने की घोषणा की
है l
गौरतलब है कि सूचना आयोग में विशाखा समिति और वीडियो रिकॉर्डिंग की माँग के लिए लम्बे समय से आंदोलनरत आरटीआई कार्यकर्ताओं ने बीते 11 अप्रैल को लखनऊ की चर्चित आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा के नेतृत्व में आरटीआई भवन के बाहर सभी सूचना आयुक्तों का पुतला फूंककर अपना विरोध दर्ज कराया था और अगले 45 दिनों में उनकी मांगें पूरी न होने पर 27 जुलाई से आयोग में ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन शुरू करने का अल्टीमेटम दिया था l
सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन की सूत्रधार सामाजिक कार्यकत्री और येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव उर्वशी शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन सूचना का अधिकार कार्यकर्ता वेलफेयर एसोसिएशन,एस.आर.पी.डी.एम.एस. सेवा संस्थान,सूचना का अधिकार बचाओ अभियान और येश्वर्याज सेवा संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है l बकौल उर्वशी यह आन्दोलन आरटीआई कार्यकर्ता अशोक कुमार गोयल और हरपाल सिंह के नेतृत्व में चलाया जाएगा l सामाजिक कार्यकर्ता तनवीर अहमद सिद्दीकी को इस आन्दोलन का समन्वयक और राम स्वरुप यादव को सह समन्वयक बनाया गया है l
तनवीर अहमद सिद्दीकी ने बताया कि लोग सूचना आयोग आ-आकर परेशान हो चुके हैं l सूचना आयोग में अब सूचना की जगह सिर्फ तारीख-पे-तारीख ही मिल रही है l सूचना आयुक्त मामलों का निपटारा आर.टी.आई.एक्ट को खूंटी पर टांग कर कर रहे है l और तो और मांगे जाने पर भी मामलों के आदेश महीनों बाद भी
नहीं दिए जा रहे हैं l ऐसे में लोगों का आयोग आना मतलब समय,श्रम और पैसे की बर्बादी है lबकौल तनवीर इस आन्दोलन के तहत सूचना आयोग से निराश आरटीआई आवेदकों को सूचना आयोग में विशाखा समिति और वीडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था होने तक के लिए सूचना आयोग की कार्यवाहियों का बहिष्कार करने के लिए प्रेरित किया जाएगा और उनसे ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन का समर्थन करते हुए आयोग की सुनवाइयों में न आने का प्रण लेने के आशय का एक फॉर्म भरवाकर सूचना आयोग में प्राप्त कराया जाएगा l तनवीर ने बताया की लोगों को फॉर्म भरते समय घोषणा करनी होगी कि वे बिना किसी वाह्य प्रभाव के अपने अनुभवों पर आधारित अपनी अंतर्रात्मा की आबाज पर इस ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन में स्वेच्छा से प्रतिभाग कर प्रण ले रहे हैं और
उन्हें ज्ञात है कि उनके द्वारा ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन का समर्थन करते हुए भरे गए फॉर्म को सार्वजनिक किया जा सकता है और उन्हें इसमें उन्हें कोई आपत्ति नहीं है l