इमरजेंसी लगाने वालों को लोकतंत्र पर बोलने का अधिकार नहीं: निर्मला सीतारमण
LUCKNOW: बीजेपी के 38वें स्थापना दिवस के मौके पर शुक्रवार को लखनऊ पहुंची रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी पर उसे बोलने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने देश में इमरजेंसी लगाई हो और विपक्ष को जेल में डाला हो उसे लोकतंत्र पर नहीं बोलना चाहिए. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार सबका साथ सबका विकास के लक्ष्य पर काम कर रही है.
लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, 'आज हम स्थापना दिवस मना रहे हैं. मुझे केंद्रीय संगठन से यहां भेजा गया है. मुझे बेहद खुशी है कि पार्टी के कार्यक्रम में सीएम योगी भी आए हैं. बीजेपी की आज देश मे व्यापकता है. कई राज्यों में हमारी सरकार है. आज वह पार्टी फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की बात कर रही है जो इमरजेंसी के रूप में तानाशाही लाई थी. उत्तर प्रदेश और देश मे सबका साथ सबका विकास के साथ हमने अंत्योदय के सिद्धांत को ध्यान में रखा है.'
सीतारमण ने कहा, 'बुंदेलखंड में विकास के दृष्टि से पीएम ने जो डिफेंस कॉरिडोर की घोषणा की थी हम उसे आगे बढ़ाएंगे. उत्तर प्रदेश में विकास के लिए योगीजी अच्छा काम कर रहे हैं.' राज्यो में उपचुनाव में हार पर उन्होंने कहा, इससे केंद्रीय सरकार की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है. उपचुनाव राज्यों के अपने मुद्दों पर लड़े जाते हैं.
इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ' मैं रक्षा मंत्री जी का स्वागत करता हूं. 1951 मै 11 सदस्यों से शुरू हुआ राजनैतिक दल 11 करोड़ की संख्या वाला दुनिया का सबसे बड़ा दल है. देश के 21 राज्यों में सत्ता का अभियान है. पीएम मोदी के नेतृत्व के में सबका साथ सबका विकास की नीति के तहत साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के रणनीति कौशल के साथ पार्टी देश में आगे बढ़ रही है. मोदी सरकार ने गरीब कल्याण और जनकल्याण की जितनी भी योजनाएं शुरू की है, वह काफी प्रभावी हैं. अन्य सरकारों के कार्यकाल में दो या एक विषय ऐसे होते थे जिस पर नाज कर सकें. जबकि इस 3 साल 11 महीने की सरकार में 50 से ज्यादा ऐसी योजनाएं रही है. सौभाग्य योजना में 4 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिया. पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को आवास दे रहे हैं. देश को खुले में शौच से मुक्त करने शौचालय निर्माण और स्वच्छता योजना, स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने में लगी है'.