पुलिस वीक पर DGP ने थपथपाई पुलिस की पीठ
बोले, अब तक 6000 से ज्यादा अपराधी जमानत रद्द कराकर पहुंचे जेल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस के 5 दिवसीय पुलिस सप्ताह-2018 का रैतिक परेड के आयोजन के साथ मंगलवार को शुभारम्भ किया गया. इस मौके पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने रैतिक परेड की सलामी ली. उन्होंने दीर्घ और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक प्राप्त सूबे के 67 पुलिसकर्मियों और अफसरों को राष्ट्रपति पदक प्रदान कर सम्मानित किया.
इस मौके पर डीजीपी ओपी सिंह ने रैतिक परेड में शामिल एसडीआरआफ, पुलिस, पीएसी, फायर सर्विस और कमांडो दस्ते की शानदार प्रर्दशन की जमकर तारीफ की. उन्होंने पुलिसकर्मियों के प्रमोशन की जानकारी देते हुए जल्द ही वेतन में व्याप्त विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया. साथ ही मोटर साइकिल और वर्दी जैसे आवश्यक मदों में बढ़ेात्तरी और सीयूजी मोबाइल कराने का प्रयास किए जाने का आश्वासन दिया. उन्होंने यूपी एटीएस और पुलिस द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई के डर से यूपी के 6000 अपराधियों द्वारा अपनी जमानत रद्द करा लिए जाने का दावा किया.
उन्होंने कहा कि यूपी में अब तक राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त 95 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें 4 व्यक्ति आतंकी गुट से जुड़े हुए हैं. वहीं एसटीएफ ने प्रो एक्टिव पुलिसिंग का नमूना पेश करते हुए लगभग 36 जघन्य आपराधिक घटनाओं को घटित होने से रोक दिया है.
उन्होंने कहा कि अभी तक पुलिस मुठभेड़ों में 48 कुख्यात अपराधी मारे गए हैं. वहीं 366 अपराधी घायल हुए हैं. इस दौरान हमारे 4 पुलिसकर्मी शहीद और 292 घायल भी हुए हैं. डीजीपी ने कहा कि पुलिस की इस प्रभावी कार्रवाई के कारण ही 6000 से ज्यादा अपराधियों ने अपनी जमानत निरस्त कराकर न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है. ये अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
अंत में डीजीपी ओपी सिंह ने गरीबों और असहायों की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों की जमकर सराहना करते हुए अन्य सभी को भी जनता के साथ अटूट बंधन बनाने का निर्देश दिया.