नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है। चुनाव आयोग के अनुसार, 12 मई को कर्नाटक में मतदान होगा, वहीं 15 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। कर्नाटक में एक चरण में ही चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। चुनाव आयोग ने जानकारी दी है कि राज्य के हर पोलिंग बूथ पर वीवीपीएटी मशीन के साथ चुनाव कराए जाएंगे। वहीं, इससे पहले बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा था कि राज्य में चुनाव 12 मई को हो सकते हैं और 18 मई को वोटों की गिनती की जा सकती है। बता दें कि 224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 28 मई को समाप्त हो रहा है, जिससे पहले नई सरकार चुनी जानी है। फिलहाल, कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता पर काबिज है, जिसके विधानसभा में 122 विधायक हैं, वहीं भाजपा के 40 विधायक हैं। कर्नाटक विधानसभा के चुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं। दरअसल, दक्षिण भारत में सिर्फ कर्नाटक ही ऐसा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार बची है। इसके साथ ही कर्नाटक दक्षिण भारत का ऐसा एकमात्र राज्य भी है, जहां भाजपा सत्ता में रह चुकी है। ऐसे में, दोनों ही पार्टियां कर्नाटक में सत्ता पर कब्जा करने की कोशिश में लगी हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी कर्नाटक विधानसभा के चुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं। कर्नाटक के विधानसभा चुनावों को लेकर अभी तक जिस तरह की बयानबाजी हुई है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि कर्नाटक में इस बार कांटे की टक्कर रहेगी और चुनाव प्रचार में भी काफी तनातनी देखने को मिल सकती है।

भाजपा की कोशिश जहां राज्य की कांग्रेस सरकार को सत्ता से बेदखल कर खुद सत्ता में आने की है, वहीं कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी भाजपा के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं। कर्नाटक चुनाव की अहमियत देखते हुए भाजपा ने अपना चुनाव अभियान पिछले साल नवंबर माह में ही शुरू कर दिया था। भाजपा की ओर से उसके कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा सीएम पद के उम्मीदवार होंगे, वहीं कांग्रेस ने एक बार फिर सिद्धारमैया पर ही दांव खेला है। कर्नाटक के शहरी इलाकों जैसे बेंगलुरु और मैसूर में भाजपा का अच्छा खासा जनाधार है, वहीं कांग्रेस की पकड़ ग्रामीण इलाकों पर है।

इस साल 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने थे, जिनमें मेघालय, त्रिपुरा और नगालैंड में चुनाव हो चुके हैं, वहीं आज कर्नाटक विधानसभा चुनावों का एलान हो चुका है। कर्नाटक के बाद छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और मिजोरम में भी इसी साल चुनाव होने हैं। बता दें कि वर्तमान में कांग्रेस की सरकार सिर्फ 4 राज्यों में सिमट कर रह गई है, जिनमें पंजाब, कर्नाटक, पुड्डुचेरी और मिजोरम शामिल हैं। वहीं, भाजपा की इस वक्त 21 राज्यों में सरकार है। 2019 के लोकसभा चुनावों के नजरिए से कर्नाटक विधानसभा के चुनाव काफी अहमियत रखते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को कर्नाटक की 20 लोकसभा सीटों में से 17 पर जीत मिली थी। ऐसे में, भाजपा की कोशिश है कि दक्षिण भारत के इस किले में अपनी पकड़ मजबूत रखी जाए।