लखनऊ। वामपंथी दलों ने त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपाइयों
द्वारा की जा रही हिंसक तथा लोकतंत्र विरोधी कार्यवाहियों का तीव्र विरोध करते
हुए इसकी घोर निंदा की है। सीपीआई के राज्य सचिव डा0 गिरीश शर्मा तथा सीपीएम
के उ0प्र0 राज्य सचिव डा0 हीरालाल यादव ने कहा कि चुनावी जीत के बाद त्रिपुरा
की हिंसक घटनाओं में भाजपा का असली रूप सामने आ गया है। जिस तरह से सीपीएम
कार्यालयों तथा समर्थकों के घरों में तोड़फोड़ व आगजनी की जा रही है, कार्यालयों
पर कब्जे किये जा रहे हैं, मेहनतकशों के महान नेता लेनिन तथा ज्योति बसु की
मूर्तियां तोड़ी गयीं, उससे स्पष्ट हो गया है कि भाजपा फासीवादी मनोवृत्ति वाली
पार्टी है और वह हिंसा, दमन और आतंक के जरिये अपने विरोध को समाप्त करना चाहती
है।
वामदलों ने तय किया कि भाजपा आरएसएस के हिंसा के विरोध में 8 मार्च को लखनऊ
में और 11 मार्च को प्रदेश के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।