युवाओं को शक्ति सौंपना ही एकमात्र विकल्प: दिग्विजय
नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने संगठन में युवाओं को शक्ति सौंपने की वकालत की। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि पार्टी हाल में विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद चुनौतियों का सामना कर रही है।
सिंह का बयान कांग्रेस के गलियारों में राहुल गांधी को शीघ्र पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा नए सिरे से शुरू होने की पृष्ठभूमि में आया है।
सिंह ने कहा, ‘अब, हमें युवाओं को सत्ता सौंपनी है और इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। जब मैंने बड़ी सर्जरी की बात की तो कुछ लोगों को आपत्ति थी। लेकिन सत्ता युवाओं के हाथ में जानी चाहिए और पार्टी की दृष्टि से यह जरूरी है।’ वह राजीव गांधी की 25 वीं बरसी पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों के साथ शुरू हुआ।
सिंह ने कहा कि युवा आबादी का बड़ा हिस्सा हैं और विगत कई वर्षों में आरक्षण का लाभ पाकर मध्य वर्ग में आ गए हैं। उन्होंने युवाओं और मध्य वर्ग की आकांक्षाओं को समझने की आवश्यकता पर भी बल दिया।पार्टी के चुनौतियों का सामना करने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका मुकाबला करने की जरूरत है।
भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रवाद का नकाब पहने हैं लेकिन उसका असली चेहरा बांटो और राज करो की ब्रिटिश नीति सरीखा है।
सिंह ने कहा, ‘भाजपा और मोदीजी इन दिनों श्रेय लेने का प्रयास कर रहे है लेकिन आधुनिक भारत की नींव राजीव गांधी ने रखी।’ उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने स्वतंत्रता संघर्ष में कभी भी हिस्सा नहीं लिया वे समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं और युवाओं और देश को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि एक विचारधारा से है। आरएसएस की विचारधारा बांटने की है।’