नई दिल्ली: पीएनबी के 11,300 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले नीरव मोदी के वकील विजय अग्रवाल ने बड़े ही आत्मविश्वास कहा है कि उनके मुवक्किल नीरव मोदी को दोषी नहीं पाया जाएगा. विजय अग्रवाल ने कहा है कि 2जी और बोफोर्स की तरह ये केस भी खत्म हो जाएगा. जांच एजेंसियां मीडिया के सामने शोर मचा रही हैं लेकिन वह कोर्ट में कुछ भी साबित नहीं कर पाएंगी. आपको बता दें कि इस घोटाले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई है जिसकी सुनवाई के लिए 23 फरवरी की तारीख तय की गई है.

इस घोटाले के सामने आने के पहले ही नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया है. इस घोटाले में रिश्तेदार मेहुल चोकसी का भी नाम है. इस घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के निदेशक करनैल सिंह ने बताया, 'ईडी बैंक से जुड़े लोगों को भी समन कर रही है. साथ में बैंक के बड़े अफ़सरों से पूरी प्रक्रिया भी समझने की कोशिश है. अभी तक की जानकारी में स्विफ़्ट पेमेंट सिस्टम के लिए हर ब्रांच में 2 लोगों को पासवर्ड का एक्सेस मिलता है, जिसमें अभी गोकुलनाथ शेट्टी और मनोज खरात का हम पता लगाने की कोशिश में हैं कि क्या मैनेजर को भी पासवर्ड एक्सेस था? हम ये भी जांच कर रहे हैं कि बैंक के आरोपियों का ट्रांसफर क्यों नहीं हआ. क्यों इतने सालों से वो एक ही बैंक में थे? फ़र्ज़ी कंपनियों के बारे में हमने इनकम टैक्स से रिपोर्ट मांगी है. विदेशों में जो कंपनियां हैं, उसकी हम जांच कर रहे हैं. हमने पंजाब नेशनल बैंक की 2011 से अब तक की पूरी ऑडिट रिपोर्ट मांगी है. अब तक हमने 5716 करोड़ के जेवरात ज़ब्त किए है.'

गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक में देश का बड़ा बैंकिंग घोटाला हुआ है. ये घोटाला करीब साढ़े 11300 करोड़ रुपये से ज़्यादा का है. पीएनबी घोटाले की जांच सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने शुरू कर दी है. हर ओर छापे मारे जा रहे हैं. हर पल नई जानकारियां मिल रही हैं जो चौंका देने वाली हैं. लेकिन इन सबके बीच सवाल सबसे बड़ा यही है कि घोटाला सामने आने के बाद नीरव मोदी और मेहुल चौकसी हजारों करोड़ रुपये का घोटाला कर देश छोड़ने में कैसे कामयाब हो गए