नई दिल्ली: भारतीय रेल में पिछले वर्ष दो करोड़ से अधिक यात्रियों ने बिना टिकट यात्रा की और इनसे 935.64 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई. लोकसभा में पिछले वर्ष दिसंबर माह में पेश रेल अभिसमय समिति की ‘‘भारतीय रेल सतर्कता रिपोर्ट’’ से यह जानकारी प्राप्त हुई है. समिति वर्ष 2016-17 के दौरान भारतीय रेल में बिना टिकट या गलत टिकटों के साथ यात्रा करते हुए पकड़े गए व्यक्तियों की अत्यधिक संख्या से चिंतित है. वर्ष 2016-17 में भारतीय रेल में दो करोड़ से अधिक यात्रियों ने बिना टिकट यात्रा की और इनसे 935.64 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई. उल्लेखनीय है कि 2015-16 में 1.9 करोड़ लोग बिना टिकट या गलत टिकटों के साथ यात्रा करते हुए पकड़े गए थे.

इस संबंध में सबसे अधिक बेटिकट यात्री उत्तर रेलवे में पकड़े गये जिनकी संख्या 26.40 लाख थी. इसके बाद दक्षिण मध्य रेलवे में 25.86 लाख, मध्य रेलवे में 24.24 लाख, पश्चिम रेलवे में 20.24 लाख, पूर्व मध्य रेलवे 18.62 लाख, उत्तर मध्य रेलवे 16.56 लाख और उत्तर पूर्व रेलवे में 12 लाख बेटिकट यात्री पकड़े गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि बाकी सभी जोनल रेलवे में बिना टिकट यात्रा करते पकड़े लोगों की संख्या एक अंक में है. इसमें कहा गया है कि जहां तक पिछले वर्ष बेटिकट यात्रियों से वसूली का संबंध है, 125.13 करोड़ रुपये की वसूली के साथ मध्य रेलवे इस सूची में सबसे ऊपर है. इसके बाद 116.52 करोड़ रुपये की वसूली के साथ उत्तर रेलवे का स्थान आता है.

इसके बाद पश्चिम रेलवे में 95.86 करोड़ रुपये, उत्तर मध्य रेलवे में 84.09 करोड़ रुपये, पूर्व मध्य रेलवे 72.52 करोड़ रुपये और उत्तर पूर्व रेलवे से 60.80 करोड़ रुपये वसूले गए. अन्य सभी जोनल रेलवे से 50 करोड़ रुपये से कम की वसूली की गई है. उल्लेखनीय है कि भारत में रोजाना 12 हजार ट्रेनों से करीब 2.5 करोड़ लोग यात्रा करते हैं. भारतीय रेलवे के तहत करीब 65 हजार किलोमीटर रूट कवर होता है.