नई दिल्ली: 69 गणतंत्र दिवस के मौके पर शुक्रवार को लखनऊ जिला कारगर से 7 कैदियों को रिहा किया गया। डालीगंज स्थित मनकामेश्वर मठ-मंदिर की प्रमुख महंत देव्या गिरि, देव्या चैरिटेबल ट्रस्ट एवं नमोस्तुते माँ गोमती की टीम शुक्रवार सुबह 69वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला कारागार लखनऊ पहुंची वहां उन्होंने 7 कैदियों का दंड शुल्क जमा कर उन्हें प्रशासनिक तरीके व समस्त कार्यवाहियों के बाद रिहा करवाया। इस मौके पर रिहा हुए कैदियों के परिजन भी काफी तादाद में जेल के बाहर अपनों का इंतजार करते नजर आए। अपनों को देखकर रिहाई के बाद कैदियों की आंखों में आंसू छलक पड़े। लम्बे समय बाद अब ये कैदी अपनों के साथ रह सकेंगें। जेल से निकलने के बाद महंत देव्या गिरि ने उन्हें शपत दिलाई व साथ ही साथ वचन लिया की वो किसी भी परिस्थिति मे अपराध की दलदल मे नहीं कूदेंगे व आने वाले भविष्य मे राष्ट्र हिट मे कार्य करेंगे। अब बाहर जाकर इसी संकल्प के तहत कैदी आगे का जीवन यापन करेंगे।

इस अवसर पर महंतदेव्या गिरी ने बताया की "ये एक अटल सत्य की कोई भी मनुष्य जन्म के समय अपराधी नहीं होता, लेकिन कभी उसकी कुसंगीति , कभी उसकी विकृत मानसिकता, कभी उसके मन विराजित ऋणात्मक विचार, कभी कुछ विषम परिस्थितयां कभी कुछ और उसको अपराधी बना देते हैं, कुछ अपराध ऐसे होते है जो सामाजिक, धार्मिक एवं मानसिक स्तर पर अक्षम्य होते है किंतु कुछ अपराध ऐसे हो है जिनको की क्षमा किया जा सकता है, इन्ही बातों को ध्यान मे रखते हुए आज गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मैंने कार्य किया। देश प्रगति कर रहा है, सड़कें बन रही हैं और उस पर विदेशी गाड़ियाँ दौड़ रही हैं। महिलाओं के उत्थान और बेटी बचाने की बात भी हो रही है, पर नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आँकड़े देश को आईना दिखा रहे हैं। प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते हुए हम यह क्या कर रहे हैं? इस बात पर विचार करना जरूरी है। प्रापर्टी के झगड़ों से आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। बेरोजगार आत्महत्या कर रहे हैं और सबसे बड़ी बात यह कि महिलाओं पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे! जिस देश में प्रतिदिन 239 पुरुष और 130 महिलाएं आत्महत्या कर रहे हैं। यह सामाजिक रूप से विचार करने की जरूरत है। घरेलू झगड़ों के कारण आत्महत्या की घटनाएँ बढ़ रही हैं। अच्छी सड़कें बनने के बाद देश में सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ी हैं। वहीं देश में मई माह में और शाम 6 से 9 के बीच सबसे ज्यादा दुर्घटना होने के आँकड़े भी गौर करने लायक हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की 2017 की रिपोर्ट ने कई भयावा स्थिति हमारे सामने रख़ी हैं"। रिहा हुए कैदियों से व उनके परिवारजनों ने ये वचन दिया की वो गोमती स्वछता अभियान से जुड़ेंगे व भविष्य मे होने वाले सामजिक कार्यो मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लगे।

30 जनवरी, राष्ट्र पिता महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि सर्वोदय दिवस, राष्ट्रीय स्वछता दिवस व नमोस्तुते माँ गोमती महाआरती के अवसर पर मनकामेश्वर मठ-मंदिर की ओर से 2 दिवसीय स्वछता अभियान 29 व 30 जनवरी को आयोजित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत गोमती नदी पर स्थित मनकामेश्वर उपवन घाट की सफाई कराई जायेगी, इस कार्य मे शहर के विभिन्न स्कूल व स्वयंसेवी संस्थाए हिस्सा लेगी, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गोमती के गिरते पारिस्थितिकी तंत्र को सही करना है।