अमित शाह के एक फोन से ढीले पड़े नितिन पटेल, संभाला पदभार
नई दिल्ली: अमित शाह ने दूर की नाराजगी, नितिन पटेल ने संभाला पदभार विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच आपसी मतभेद दूर हो गए हैं.
गुजरात में बीजेपी की सरकार बनने के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के बीच आपसी मतभेद दूर हो गए हैं. बताया जा रहा है कि रविवार को अमित शाह ने नितिन पटेल को फोन किया और कहा कि उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है. अमित शाह ने उनसे पदभार संभालने का भी अनुरोध किया. जिसके बाद नितिन पटेल ने गांधीनगर जाकर पदभार संभाल लिया है.
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए नितिन पटेल ने कहा, "अमित शाह ने मुझपर भरोसा जताया है. इसलिए मैंने पदभार संभाल लिया है. मैंने सुबह कैबिनेट की मीटिंग में सीएम रूपाणी के साथ हिस्सा भी लिया."
नितिन पटेल ने साफ कहा, "मैं कोई महत्वपूर्ण मंत्रालय नहीं चाहता था. मेरी बस यही इच्छा थी कि मैं जिन मंत्रालयों को पहले से देख रहा था, वो मुझे फिर से दे दिए जाए. मैंने 40 साल से बीजेपी कार्यकर्ता के तौर पर काम किया है. मेरे योगदान को देखते हुए ही पार्टी ने मुझे डिप्टी सीएम बनाया है. मैं पार्टी छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकता."
नितिन पटेल ने कहा, "मैं कैबिनेट में नंबर 2 की पोजिशन पर हूं. इसलिए मैं चाहता था कि मुझे वह जिम्मेदारी दी जाए, जो मेरे लिए सम्मानजनक हो." उन्होंने कहा, "मैं नहीं जानता हूं कि कौन सा विभाग मुझे मिलेगा. सीएम इस संबंध में राज्यपाल को चिट्ठी लिखने वाले हैं."
बता दें कि पहले खबर आ रही थी कि विजय रूपाणी और नितिन पटेल दोनों ही गृह विभाग को अपने पास रखना चाहते थे. लेकिन, विभागों के बंटवारे में नितिन पटेल से शहरी विकास, वित्त, पेट्रोकेमिकल्स, टाउन प्लानिंग जैसे विभाग ले लिए गए, जो पिछली सरकार में उनके पास थे. उन्हें इसबार सिर्फ सड़क, निर्माण और स्वास्थ्य विभाग दिया गया है.