अखिलेश राज में अघोषित तौर पर आपातकाल लागू: भाजपा
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने आज अखिलेश सरकार पर निशान साधते हुये कहा कि वोट बैंक की लालच में अखिलेश सरकार ने अराजक तत्वों को दलितो पर हमले करने की खुली छूट दे दी है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आजमगढ़ के खुदादादपुर सहित अन्य इलाकों में दलित परिवारों पर बरपाये जा रहे कहर के मामले की जांच हेतु जा रही भाजपा की छः सदस्यीय दल के सदस्यों की पुलिस द्वारा अलग-अलग स्थानों पर की गई गिरफ्तारी को दुर्भावनापूर्ण करार देते हुए कहा कि अखिलेश सरकार नहीं चाहती कि दलितो पर बरपाये जा रहे कहर का सच सामने आये। पार्टी प्रवक्ता ने बसपा सुप्रीमों मायावती पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हैदराबाद और हरियाणा में दलितो की मसीहा बनने का प्रयास करने वाली मायावती आजमगढ़ में सरकारी तंत्र की मौजूदगी में हो रहे दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर चुप्पी क्यों साधे हुई है ?
पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आजमगढ़ के खुदादादपुर में हुए बवाल और प्रशासनिक तंत्र की भूमिका की जांच करने जा रहे पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ला, विधायक राधामोहन अग्रवाल को गोरखपुर में और पूर्व डीजीपी बृजलाल एवं पूर्व आईजी राजेश राय को बाराबंकी में गिरफ्तार किये जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अखिलेश राज में अघोषित तौर पर आपातकाल लागू है। उन्होंने कहा कि एक तरफ आजमगढ़ में सम्प्रदाय विशेष के लोग बेखौफ होकर दलितो के जान-माल के नुकसान पर उतारू है, वहीं दूसरी तरफ अखिलेश सरकार अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के बजाय दोषियों की मान-मनौवल कर उनकी आवभगत करने में जुटी है।
श्री पाठक ने कहा कि वोट बैंक की सियासत में जुटी अखिलेश सरकार अगर आजमगढ़ में अराजक हो रहे सम्प्रदाय विशेष के लोगों के विरूद्ध समय रहते कार्यवाही करती तो शायद मामला इतना न बिगड़ता। पहले भी सरकार की लापरवाही से छोटी-छोटी घटनाएं बड़े विवाद का कारण बनती रही है। अखिलेश सरकार की तुष्टिकरण नीति के चलते अराजक तत्व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ भी हिंसक वारदातों को अंजाम देने में नहीं हिचक रहे।
उन्होंने आजमगढ़ में दलितो पर हो रहे अत्याचार के मामले में बसपा व कांग्रेस द्वारा मौन साधने को तुष्टिकरण का परिणाम बताया। श्री पाठक ने कहा कि अराजक और हिंसक हो रहे लोगों पर कठोरता बरती जाए।